बिना शुल्क बैंक खाते से ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करने की सुविधा सेवा
दिनों-दिन लोकप्रिय हो रही है। रियल टाइम में किसी को भी पैसा भेजने की यह
सुविधा आसान और कम समय में पूरी हो जाती है। लेकिन, यह सुविधा जितनी आसान
है उतनी ही जोखिम वाली भी। जरा सी चूक पर मसलन, एक जीरो के बढ़ने और एक गलत
नंबर की फीडिंग पर पैसा किसी अनभिज्ञ व्यक्ति को पहुंच सकता है। आइए जानते हैं कि अगर, पैसा ट्रांसफर करते समय यह गलती हो जाए तो
क्या करें: - दो तरीकों से मिल सकता है पैसा: पहला तरीका ये है कि किसी अन्य व्यक्ति का अकाउंट में पैसा ट्रांसफर होने बैंक को तत्काल सूचना दें। आपके द्वारा मिली सूचना के आधार पर बैंक उस व्यक्ति के बैंक को सूचना देगा जिसके खाते में गलती से पैसा ट्रांसफर हो गया है। बैंक उस व्यक्ति से गलत ट्रांसफर हुए पैसा को वापस करने की अनुमति मांगेगा। दूसरे तरीके में अगर, लाभार्थी पैसा लौटाने को तैयार हो जाता है तो पैसा आपके खाते में वापस आ जाएगा। अगर पैसा लौटाने के लिए तैयार नहीं होता है तो उसके खिलाफ कोर्ट में केस दर्ज करा सकते हैं।
ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करने की प्रक्रिया: अगर आप का किसी भी बैंक में इंटरनेट खाता है तो आप ऑनलाइन एनईएफटी और
आरजीएफटी के तहत पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। इसके लिए बैंक के द्वारा मिले
हुए पासवर्ड और यूजर नेम संख्या को ऑनलाइन बैकिंग प्रणाली में डालकर लॉग-इन
करें। इसके बाद थर्ड पार्टी ट्रांसफर या सेम बैंक एकाउंट होल्डर के विकल्प
पर जाकर, जिसको पैसा भेजा जाना है उसका विवरण भरें। करीब 10 से 12 घंटे के
भीतर बैंक वेरीफाई कर आपके खाते को संबंधित खाते से लिंक कर देता है।
- अकाउंट नंबर भरने में करते हैं गलती: कई बार आप अकाउंट नंबर भरने में गलती कर देते हैं। हालांकि, जिस खाते में पैसा भेजा जाना है उसका रजिस्ट्रेशन करने के लिए दो बार खाता संख्या डालनी पड़ती है। यदि कोई संख्या गलत है तो बैंक इसे रिजेक्ट कर देता है। कई बार दोनों बार अकाउंट नंबर डालते समय आप किसी अंक की हेरा-फेरी कर देते हैं तो किसी अन्य व्यक्ति का अकाउंट आपके साथ जुड़ जाता है। ऐसे में पैसा गलत व्यक्ति को ट्रांसफर हो सकता है। खाता जुड़ने के बाद आप कभी भी संबंधित खाते में बैंक की सीमा के अनुरूप पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करने में अमाउंट भी आपको भरना होता है। कई बार देखा गया है कि इस अमाउंट भरने में गलती हो जाती है। इससे निपटने के लिए यह उपाय किए जा सकते हैं।
- बैंक को करें शिकायत: गलत व्यक्ति या खाते में पैसा ट्रांसफर होने के तत्काल बाद बैंक को सूचित करें। आपका और लाभार्थी का खाता एक ही बैंक में होने पर प्रोसेस तेज होता है। पैसा एक या दो दिन में आपके खाते में आ जाएगा।
- क्या है आरबीआई का दिशा निर्देश: भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा निर्देश के अनुसार लाभार्थी के खाते की सही जानकारी देना लिंक करने वाले की जिम्मेदारी है। अगर, किसी कारण बस लिंक करने वाले से गलती होती है तो उसका जिम्मेदार बैंक नहीं होगा।