अगले महीने से होटलों और वातानुकूलित रेस्तरां
में खाना-पीना, रेलगाड़ी के वातानुकूलित श्रेणी में यात्रा करना, हवाई
यात्रा, जीवन बीमा कराना, विदेशी मुद्रा की खरीद-बिक्री करना और कुछ अन्य
सेवाएं महंगी हो जाएंगी। सरकार ने सेवा कर (सर्विस टैक्स) की दर वर्तमान
12.36 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी करने को एक जून 2015 से लागू करने का फैसला
कर लिया है। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसकी घोषणा आम बजट में
की
थी लेकिन इसे एक अप्रैल 2015 से लागू नहीं किया गया था। गौरतलब
है कि बजट पर राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद वित्त मंत्रालय द्वारा अधिसूचना
जारी किए जाने के बाद ही सेवा कर में परिवर्तन किए जाते हैं। सेवा कर लागू
करने के लिए वित्त विधेयक संसद से पारित हो चुका है और इस पर बीते
बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति के भी हस्ताक्षर हो चुके हैं। वित्त
मंत्री अरुण जेटली ने सेवा कर की दर बढ़ाने का प्रस्ताव किया था लेकिन साथ
ही कहा था कि वित्त विधेयक के पारित होने के बाद इसके लिए अलग से अधिसूचना
जारी की जाएगी। नई दरें एक जून 2015 से लागू होंगे। सेवा कर में अभी तक जो
व्यवस्था है, उसके मुताबिक 12 फीसदी सेवा कर के साथ ही इस पर एजूकेशन सेस,
सेेेकेंडरी और हायर एजूकेशन सेस भी लगता है। सबको मिला दिया जाए तो सेवा
कर की दर 12.36 फीसदी बैठती है। इस बार के बजट में सर्विस टैक्स के साथ ही
दोनों सेस का विलय कर दिया गया और एक समान 14 फीसदी के सेवा कर की घोषणा की
गई है। नई सेवा कर की दरें लागू होने से हवाई जहाज के घरेलू उड़ान में सेवा कर की
दरें 0.6 फीसदी से बढ़ कर 0.7 फीसदी जबकि अंतरराष्ट्रीय उड़ान की सेवा कर
की दरें 1.2 फीसदी से बढ़ कर 1.4 फीसदी हो जाएंगी। इसी तरह जीवन बीमा के
पहले वर्ष के प्रीमियम पर सेवा कर की दर 3 फीसदी से बढ़कर 3.5 फीसदी हो
जाएंगी। इससे आगे के प्रीमियम पर अभी 1.5 फीसदी का सेवा कर लग रहा है जो कि
अधिसूचना जारी होने के बाद 1.75 फीसदी हो जाएगी।
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साभार: अमर उजाला समाचार
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