केंद्र सरकार 8 महीने में रसोई गैस पर मिलने वाली सब्सिडी खत्म करने जा रही है। सरकार ने सिलेंडर का रेट हर महीने 4 रु. बढ़ाने का आदेश दिया है। इसमें 5% जीएसटी भी जुड़ेगा। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने
सोमवार को लोकसभा में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आदेश 30 मई को ही जारी हो गया था। जून से इस पर अमल भी होने लगा है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। सब्सिडी शून्य होने या मार्च 2018 तक, जो भी पहले हो यह प्रक्रिया जारी रहेगी। आदेश के बाद सब्सिडी वाले सिलेंडर दो बार महंगे हो चुके हैं। 1 जुलाई को हुई मूल्य वृद्धि में सीधे 32 रु. बढ़े थे। यह 6 साल की सबसे बड़ी बढ़ोतरी थी। हालांकि, इसे जीएसटी लागू होने से बदली टैक्स दरों का असर के तौर पर भी देखा गया।
18करोड़ लोग प्रभावित होंगे
{क्यापहली बार रेट बढ़ाए गए हैं?
नहीं।पिछले साल 1 जुलाई से यह जारी है। तबसे हर महीने 2-2 रु. बढ़ाए जा रहे थे। इसके बाद 10 बार रेट बढ़ाए गए। इस साल 1 जून से यह रकम चार रुपए कर दी गई।
{सरकारके इस फैसले का देश के कितने लोगों पर असर पड़ेगा?
एकउपभोक्ता को सालभर में सब्सिडी वाले 12 सिलेंडर मिलते हैं। इससे ज्यादा लेने पर मार्केट रेट देना पड़ता है। देशभर में गैस सब्सिडी पाने वाले 18.11 करोड़ उपभोक्ता हैं। इनमें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त कनेक्शन पाने वाली 2.5 करोड़ गरीब महिलाएं भी शामिल हैं। 2.66 करोड़ उपभोक्ता बिना सब्सिडी के रसोई गैस ले रहे हैं।
{क्यापहली बार रेट बढ़ाए गए हैं?
नहीं।पिछले साल 1 जुलाई से यह जारी है। तबसे हर महीने 2-2 रु. बढ़ाए जा रहे थे। इसके बाद 10 बार रेट बढ़ाए गए। इस साल 1 जून से यह रकम चार रुपए कर दी गई।
{सरकारके इस फैसले का देश के कितने लोगों पर असर पड़ेगा?
एकउपभोक्ता को सालभर में सब्सिडी वाले 12 सिलेंडर मिलते हैं। इससे ज्यादा लेने पर मार्केट रेट देना पड़ता है। देशभर में गैस सब्सिडी पाने वाले 18.11 करोड़ उपभोक्ता हैं। इनमें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त कनेक्शन पाने वाली 2.5 करोड़ गरीब महिलाएं भी शामिल हैं। 2.66 करोड़ उपभोक्ता बिना सब्सिडी के रसोई गैस ले रहे हैं।
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साभार: भास्कर समाचार
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