साभार: जागरण समाचार
जेल में बंद दुष्कर्म के आरोपी कथावाचक आसाराम के गुजरात में लंबित मामले के धीमे ट्रायल पर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को नाराजगी जताई। कोर्ट ने गुजरात सरकार से पूछा कि अभी तक पीड़िता का बयान क्यों नहीं दर्ज
हुआ? गुजरात सरकार से मामले की स्थिति रिपोर्ट मांगते हुए कोर्ट ने सुनवाई दिवाली बाद तक के लिए टाल दी। सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी आसाराम की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान सामने आई। सोमवार को मामले पर सुनवाई के दौरान गुजरात सरकार की ओर से पेश एडिशनल सालिसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि गवाही जल्दी पूरी करने का आदेश कोर्ट ने अप्रैल में दिया था। उन्होंने बताया कि पीड़िता का बयान उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद दर्ज कराया जाएगा। उधर, दूसरी ओर आसाराम के वकील ने धीमे ट्रायल का आरोप लगाते हुए कहा कि वे पीड़िता के बयान दर्ज होने के बाद ही जमानत याचिका पर जोर दे सकते हैं।