साभार: भास्कर समाचार
साध्वी रेप केस में सीबीआई कोर्ट ने डेरा चीफ को 20 साल की सजा सुनाई। इस दौरान रोहतक शहर से बाहर सुनारिया की जेल में टेम्पररी कोर्ट बनाई गई। जज हेलिकॉप्टर से वहां पहुंचे। जब वकील जिरह कर रहे थे तो
गुरमीत राम रहीम हाथ जोड़े खड़ा रहा। इसके बाद जैसे ही सजा सुनाई गई तो कुर्सी पकड़कर रोने लग। फिर नीचे पैर पसार कर बैठ गया और फूट-फूटकर रोने लगा। - जज कोर्ट पहुंचे: सोमवार दोपहर 2.20 बजे सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के जज जगदीप लोहान 2 कोर्ट स्टाफ के साथ सुनारिया जेल पहुंचे। जेल की लाइब्रेरी में टेम्पररी कोर्ट रूम बनाया गया था।
- कुर्सी के पास खड़ा था बाबा: जज के कोर्ट रूम में पहुंचते ही दोषी गुरमीत राम रहीम को बुलाया गया। उसे वहां एक कुर्सी के पास खड़ा कर दिया गया। बाबा हाथ जोड़कर खड़ा हो गया। वकीलों की जिरह के दौरान वह इसी मुद्रा में खड़ा रहा।
- दोनों पक्षों को 10-10 मिनट का वक्त मिला: कोर्ट के स्टाफ ने कागज वगैरह देखे। कार्यवाही शुरू हो गई। जज जगदीप सिंह ने दोनों पक्षों को बात रखने के लिए 10-10 मिनट का वक्त दिया।
- सीबीआई ने अधिकतम सजा की अपील की: सीबीआई ने राम रहीम को अधिकतम सजा देने की अपील की। बता दें कि राम रहीम के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (रेप), 509 (महिला की इज्जत से खिलवाड़) और 506 (डराने-धमकाने) के तहत केस था। सीबीआई के वकीलों ने कहा कि डेरा में कई महिलाओं से रेप हुआ और यह सब तीन साल (1999 से 2002) तक चलता रहा।
- गुरमीत के वकील ने सोशल वर्कर बताकर सजा कम करने को कहा: राम रहीम के वकील ने कहा कि बाबा सोशल वर्कर हैं। वे लोगों की भलाई के लिए काम करते हैं। इसलिए जज को रहम दिखाना चाहिए। बाबा के वकील ने यह भी कहा कि हमने सफाई अभियान, ब्लड डोनेशन कैंप लगाए।
- बहस पूरी हुई तो आंखों में आया पानी: इसके बाद जब फैसला सुनाने की बारी आई तो बाबा की आंखों में पानी आ गया। वो कभी कम सजा सुनाने की बात कहने लगा तो कभी 7 साल-7 साल कहने लगा। यानी वह 10 साल की बजाय 7 साल की सजा ही चाहता था। तकरीबन 20 मिनट में जज ने तय कर दिया कि बाबा को रेप के दो दोनों मामलों में 10-10 साल यानी 20 साल की सजा भुगतनी होगी। यह सुनते ही गुरमीत राम रहीम फफक-फफक कर रोने लगा। रोते-रोते कुर्सी पकड़कर नीचे बैठ गया और पैर पसार कर लाइब्रेरी में बनाए गए कोर्ट रूम में विलाप करने लगा।
- जज ने क्या कहा: जज ने अपने फैसले में कहा कि जब किसी शख्स को लोग बाबा मानते हैं और वह ऐसा काम करता है तो उसे कतई माफ नहीं किया जा सकता। राम रहीम ने अपने असर का गलत इस्तेमाल कर गलत काम किया था। जज ने उस पर कुल 58 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया।
- डॉक्टरों को बुलाया गया और कराया गया मेडिकल: बाबा की यह हालत देखकर वहीं खड़े डॉक्टर को बुलाकर मेडिकल करवाया गया। डॉक्टर ने बाद में उसे फिट घोषित कर दिया। राम रहीम जाने को राजी नहीं था लेकिन पुलिसकर्मी उसे जेल में ले गए। राम रहीम को जेल में कैदी नम्बर 1997 दिया गया है। जज ने जेल अफसरों को उसे कैदी की वर्दी देने और इसके अलावा उसका कोई और पर्सनल कपड़ा जेल के अंदर नहीं ले जाने के भी निर्देश दिए।