शटलर पीवी सिंधू, महिला पहलवान साक्षी मलिक और जिम्नास्ट दीपा करमाकर का देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से स्वागत किया गया। इस बार खेल रत्न पाने वालों में निशानेबाज भी शामिल हैं। सरकार ने पहली बार अप्रत्याशित कदम उठाते हुए इस साल चार खिलाड़ियों को खेल रत्न पुरस्कार
देने का फैसला किया है। खेल मंत्रलय ने सोमवार को इसकी घोषणा की। 2010 में तीन खिलाड़ियों को इस पुरस्कार से नवाजा गया था। पिछली बार महिला टेनिस स्टार सानिया मिर्जा को यह पुरस्कार दिया गया था। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। भारत को रियो ओलंपिक में रजत पदक दिलाने वाली सिंधू का सोमवार को उनके गृहनगर हैदराबाद में जोरदार स्वागत किया गया। सिंधू और उनके कोच पुलेला गोपीचंद को राजीव गांधी हवाई अड्डे से एक खुली बस में गचिबाउली स्टेडियम ले जाया गया। प्रशंसक हवाई अड्डे से स्टेडियम तक 32 किलोमीटर के रास्ते में हर जगह सिंधू की एक झलक पाने के लिए खड़े थे। हवाई अड्डे पर सिंधू के माता-पिता, रिश्तेदारों के अलावा तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मंत्रियों और अधिकारी ने उनका स्वागत किया। तेलगाना के उपमुख्यमंत्री मुहम्मद महमूद अली और आंध्रप्रदेश के उपमुख्यमंत्री एन चिन्नाराजप्पा और दोनों राज्यों के मंत्रियों ने सिंधू को फूलों का गुलदस्ता दिया। सिंधू के चेहरे पर मुस्कान थी और उन्होंने लोगों को अपना पदक दिखाया। द ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम ने पूरे शहर में सिंधू और गोपीचंद के पोस्टर लगवाए हैं। गचीबाउली स्टेडियम में भी माहौल काफी उत्सावर्धक था, जहां रजत पदक विजेता का स्वागत करने कई लोग मौजूद थे। राष्ट्रीय ध्वज थामे स्कूली बच्चे लगातार सिंधू के नाम के नारे लगा रहे थे।वहीं, अगरतला में रियो ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाली भारत की पहली महिला जिम्नास्ट खिलाड़ी दीपा का त्रिपुरा सरकार ने शानदार स्वागत किया। हवाई अड्डे पर हजारों की तादाद में प्रशंसक, अधिकारी, शुभचिंतक दीपा और उनके कोच बिशेश्वर नंदी को लेने पहुंचे थे। त्रिपुरा सरकार ने दीपा के सम्मान में मंगलवार को राज्य के सभी स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है।
ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट दीपा केवल 0.15 अंक के अंतर से कांस्य पदक से चूक गईं, लेकिन उनके जोखिम भरे प्रोदुनोवा में शानदार प्रदर्शन ने देश के लोगों का दिल जीत लिया था।
साक्षी ने महिला कुश्ती के 58 किग्रा में कांस्य पदक हासिल किया। जीतू ने पिछले दो वषों में कई पदक जीते, जिनमें एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण तथा विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक शामिल हैं। इसके अलावा मंत्रलय ने अजरुन पुरस्कार के लिए 15 खिलाड़ियों का चयन किया। इनमें मुक्केबाज शिव थापा, लंबी दूरी की धाविका ललिता बाबर, क्रिकेटर अजिंक्य रहाणो, हॉकी खिलाड़ी वीआर रघुनाथ और रानी रामपाल भी शामिल हैं। इस साल का द्रोणाचार्य पुरस्कार छह प्रशिक्षकों को दिया जाएगा।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: जागरण समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.