जिस हरियाणा के एक बड़े भू-भाग में बेटी आज भी ‘बोझ’ का पर्याय है वहीं
कैथल की एक बेटी विदेशों में भी नाम कमा रही है। इस बेटी की काबिलियत का
अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रदेश के स्कूल कॉलेजों में अंग्रेजी
अध्यापन पर विश्लेषण रिपोर्ट तैयार करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग
(यूजीसी) ने इन्हें 7.61 लाख रुपये की विशेष ग्रांट भी दी है। यूजीसी की यह
ग्रांट प्रदेश की गिनी चुनी महिलाओं को ही मिली
है। डॉ. गीता गोयल
प्रतिष्ठित आरकेएसडी कॉलेज में अंग्रेजी की एसोसिएट प्रोफेसर हैं। डॉ. गीता
अंग्रेजी भाषा के पठन पाठन पर देश-विदेश में 25 से ज्यादा शोधपत्र
प्रस्तुत कर चुकी हैं। मलेशिया के बाद पिछले दिनों लंदन के मैनचेस्टर शहर
में भी अपना शोधपत्र प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया था। इनकी
प्रतिभा को देखते हुए ही यूजीसी ने इन्हें अपने मेजर रिसर्च प्रोजेक्ट के
लिए ग्रांट दी है। डॉ. गीता बताती हैं कि प्रदेश के हर जिले के दो दो
कॉलेजों की स्थिति पर आधारित उनकी विस्तृत रिपोर्ट करीब तैयार है और जल्द
ही यूजीसी को सौंप दी जाएगी। विश्व प्रसिद्ध कवि रॉबर्ट फ्रॉस्ट के काव्य
में नाटकीयता पर इनकी पुस्तक भी तैयार है और अगले सप्ताह रिलीज होने वाली
है। वह कहती हैं, ‘पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने तो पढ़ाई पर बहुत आपत्ति की
किंतु सिंचाई विभाग में एसई रहे पिता श्यामलाल मंगल और बीए बीएड मां
निर्मल मंगल के प्रोत्साहन से परेशानी दूर होती गई। पापा हालांकि आइएएस
बनाना चाहते थे मगर मां टीचिंग में ही भेजना चाहती थीं।’ शादी के बाद भी
सफलता भरा सफर कैसे जारी रख पाईं? सवाल के जवाब में वह कहती हैं, ‘मेरे पति
डॉ. संजय गोयल भी आरकेएसडी कॉलेज में ही फीजिक्स के प्राध्यापक हैं। उनके
सहयोग से कभी दिक्कत नहीं हुई।
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साभार: जागरण समाचार
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