Monday, February 2, 2015

बीएड में निजी कॉलेजों की नहीं चलेगी मनमानी

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बीएड की पढ़ाई में निजी कॉलेजों और छात्रों की मनमानी नहीं चलेगी। दाखिला लेकर घर पर बैठने वाले छात्रों को कॉलेज आना जरूर होगा। चार माह की टीचिंग और 90 फीसदी हाजिरी होना जरूरी है। छात्रों को तय समय में परीक्षा पास करनी होगी। यदि वे पास होने में असफल होते हैं तो उन्हें प्राइवेट परीक्षार्थी के रूप में सिर्फ एक मौका मिलेगा। बीएड करने वाले छात्रों को स्कूलों में लगातार 20 सप्ताह की इंटर्नशिप करना होगा। इस बाबत महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (एमडीयू) की ओर से एजुकेशन कॉलेजों को सूचना भेजी गई है। दरअसल, हाल ही में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् (एनसीटीई) ने शिक्षा कॉलेजों की स्थिति पर चिंता जाहिर की थी और सभी यूनिवर्सिटी से इस बाबत राय मांगी गई थी। जिसके बाद नए सिरे से गाइडलाइन तय की गई है। एमडीयू ने भी अपने कॉलेजों की समीक्षा शुरू कर दी है। दोबारा से सभी शिक्षा कॉलेजों को मान्यता लेना होगा। बता दें कि गुड़गांव में 47 बीएड कॉलेज है। एनसीटीई द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक बीएड कॉलेजों की सीटों की संख्या घटा दी है । कॉलेज अब एक सेक्शन में अधिकतम 50 सीटों पर दाखिला ले सकेंगे। अब कोई भी कॉलेज दो से ज्यादा सेक्शन यानी अधिकतम 100 से ज्यादा दाखिले नहीं ले सकेगा। यदि कोई कॉलेज 50 सीटों के दो सेक्शन शुरू करने की इच्छा जाहिर करता है तो उसे 31 अक्तूबर तक सभी मानकों को पूरा करने के साथ ही सुरक्षित निधि जमा करानी होगी। मानक पूरे न करने की स्थिति में अगले सत्र 2016-17 से मान्यता समाप्त कर दी जाएगी। वहीं, नए सत्र से कॉलेज एमएड में बढ़ी हुई सीटों पर दाखिले ले सकेंगे। इन सीटों की संख्या को 35 से बढ़ाकर 50 कर दिया है । बता दें कि इस सत्र तक 100 छात्रों की एक यूनिट मानी जाती थी। 
यह है अभी स्थिति: गुड़गांव के कई शिक्षा कॉलेजों के पास 100-300 सीटें है। इस सत्र में कॉलेजों को सीटें भरने के लिए कॉलेज प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। एमडीयू ने पांच चरणों में दाखिला प्रक्रिया बढ़ाया। इसके बावजूद सभी सीटें नहीं भर पाई। वहीं दाखिला लेने के बाद नॉन अटेंडिंग छात्र के रूप में कॉलेज से गायब रहते थे। इसके एवज में छात्रों से फीस वसूली जाती थी। कॉलेज में शिक्षकों और बुनियादी सुविधाओं की भी कमी है। कई कॉलेजों के पास खुद की बिल्डिंग तो है, लेकिन खेल का मैदान नहीं। किसी कॉलेज में लाइब्रेरी नहीं।
बीएड कॉलेजों के लिए एनसीटीई ने नई दिशा निर्देश जारी किया है। एमडीयू से संबद्ध कॉलेजों को भी यह नियम पालन करना होगा। नई गाइडलाइन की सूचना भेज दी गई है। - एसपी वत्स, रजिस्ट्रार, एमडीयू 
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साभार: अमर उजाला समाचार
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