Thursday, February 26, 2015

आ गया रेल बजट 2015-16

नोट: इस पोस्ट को सोशल साइट्स पर शेयर/ ईमेल करने के लिए इस पोस्ट के नीचे दिए गए बटन प्रयोग करें। 
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने अपन पहले रेल बजट में किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की है। इसके अलावा किसी भी नई ट्रेन का ऐलान नहीं किया है। रेल मंत्री ने पूरे बजट भाषण में प्रमुख रुप से यात्री सुविधाओं को बढ़ाने की बात कही है। साथ ही कुल 8.5 लाख करोड़ रुपये निवेश करने की बात अगले पांच साल में की है। इसके लिए पीपीपी मॉडल के साथ ज्वाइंट वेंचर मॉडल के जरिए पूंजी जुटाने की बात कही गई है। 
ये मिलेंगी सुविधाएं: 
  • अब 5 मिनट में पैसेंजर करा सकेंगे रिजर्वेशन 
  • स्मार्टफोन पर अनारक्षित टिकट को जारी करने का प्रावधानः रेल मंत्री
  • टिकट कंडक्टर आईपैड का इस्तेमाल करेंगे।
  • ट्रेन में भी मिल सकेंगे टिकट, डेबिट कार्ड ऑपरेटेड मशीन लाने की तैयारी
  • एसएमएस के जरिए यात्रियों की पहचान की जाएगी।
  • सामान्य श्रेणी डिब्बों में मोबाइल चार्जिंग सुविधा व्यवस्था की जाएगी। स्लीपर में मोबाइल चार्जिंग के लिए सुविधा का विस्तार किया जाएगा।
  • 17,000 टॉयलेट को बॉयो टॉयलेट में तब्दील किया जाएगा।
  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाईन की मदद से बर्थ में अपर सीट पर को ज्यादा आरामदायक बनाया जाएगा।
  • अब टिकटों की एडवांस बुकिंग 4 महीने पहले हो सकेगी।
  • एराइवल और डिपार्चर के लिए एसएमएस अलर्ट की व्यवस्था की जाएगी।
  • बुलेट ट्रेन की तर्ज पर हाईस्पीड ट्रेन चलाई जाएंगी।
  • 108 ट्रेनों में ई-कैटरिंग सेवा। स्‍थानीय भोजन उपलब्‍ध कराने पर जोर।
  • कई भाषाओं में ई-टिकट पोर्टल की शुरुआत होगी। पीने के पानी के लिए वाटर वेडिंग मशीन लगाई जाएगी।
बदलाव के निर्धारित किए गए गोल:
  • यात्रा को सुरक्षित बनाना
  • आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर
  • भारतीय रेल को वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाना।
  • विकास के लिए ग्राहकों का अनुभव लेना
क्या है ऑपरेशन फाइव: ऑपरेशन फाइव का मकसद पांच मिनट के भीतर लोगों को टिकट मुहैया कराना है। टिकट के लिए लगने वाली लंबी भीड़ से लोगों को निजात मिलेगी। इसके अलावा कम समय में आसानी से टिकट हासिल कर सकेंगे। 
दलालों से बचाने का प्रयास: अभी रेल टिकट की एडवांस बुकिंग 60 दिन यानी 2 महीने पहले होती है। रेल मंत्री के 4 महीने पहले टिकट बुक करने के फैसले से यात्री प्लान्ड ट्रैवल के लिए तो पहले टिकट करवा पाएंगे। लेकिन 120 दिन पहले टिकट बुक होने से अचानक से यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को टिकट नहीं मिलने की समस्या से जूझना पड़ सकता है। हालांकि, इससे रेलवे का कैशफ्लो बेहतर होगा। कोच प्लानिंग में मदद मिलेगी। 
बॉयो टॉयलेट: बॉयो टायलेट की कीमत तकरीबन 5 से 8 लाख रुपए के बीच होती है। पहले भी इस तरह का अभियान शुरू किया गया था। लेकिन इसकी रफ्तार काफी धीमी रही है। इतनी बड़ी संख्या में बॉयो टॉयलेट बनाना सरकार के लिए चुनौती होगी। हां इससे यात्रियों को गंदगी से निजात जरूर मिलेगी। 
कहां खर्च करेगा रेलवे: 
  • स्‍टेशनों पर लिफ्ट, एस्‍केलेटर जैसी सुविधाओं के लिए 120 करोड़ रुपए का एलान
  • पोर्ट्स से रेलवे की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए 2000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
  • रेल बिल्डिंग की छतों पर सोलर प्लांट लगाए जाएंगे।
  • जिन सेंटर्स पर पानी का खर्च ज्यादा है वहां रिसाइक्लिंग प्लांट लगाया जाएगा।
  • पूरे देश में ऑटोमेटिक फ्रेट रिबेट स्कीम को लॉन्च किया जाएगा।
  • 100 डीईएमयू ट्रेनें सीएनजी से चलाई जाएंगी।
  • 10 स्टेशनों पर सेटलाइट रेल टर्मिनल बनाया जाएगा।
  • स्टेशनों पर डेबिट कार्ड ऑपरेटेड टिकट मशीन लगाने का प्लान
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE . Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.