Friday, February 20, 2015

पाकिस्तान के स्कूलों में लड़कियों को फायरिंग और बम डिफ्यूज़िंग की ट्रेनिंग

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पाकिस्तान में स्कूली बच्चों को आतंकी हमलों से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा है। बच्चों को बंदूक चलाने से लेकर बम डिफ्यूज करने तक हर तरह की ट्रेनिंग दी जा रही है। पाकिस्तान सरकार ने ये फैसला बीते दिसंबर पेशावर के आर्मी स्कूल में हुए आतंकी हमले के बाद लिया है, जिसमें बच्चों समेत 131 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। देश के कई स्कूलों में गुरुवार को पुलिस की टीम और बम निरोधक दस्ते पहुंचे। टीम ने बच्चों को किसी भी तरह के खतरे से
निपटने की ट्रेनिंग दी। पंजाब सरकार के दिशा-निर्देशों पर सिविल डिफेंस फोर्स और बम निरोधक दस्ते के साथ रेस्क्यू अधिकारियों ने मुल्तान के पब्लिक स्कूल में इमरजेंसी ड्रिल कराई। साथ ही, सुरक्षा को लेकर टीचर्स और बच्चों का ट्रेनिंग सेशन लिया। ट्रेनिंग के दौरान बच्चों को ये भी बताया गया कि किसी हमले के दौरान घायल हुए लोगों की मदद कैसे की जाए। ट्रेनिंग में हिस्सा लेने वाली मुल्तान पब्लिक स्कूल की स्टूडेंट ने कहा कि उन्हें किसी भी तरह के खतरे से निपटने की ट्रेनिंग दी गई है और अब वो जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल करेंगी। वहीं, सिंध प्रांत में मामा पारसी स्कूल के बच्चों और टीचर्स को पुलिस के अधिकारियों ने कराची के एक सेंटर में ट्रेनिंग दी। आर्मी स्कूल पर हमले के बाद पेशावर में महिला टीचर्स और स्टाफ के सदस्यों को भी ऐसे आतंकी हमलों से निपटने की ट्रेनिंग दी गई थी। वहीं, इस हमले के बाद प्रांतीय सरकार ने टीचर्स और स्टाफ के सदस्यों को लाइसेंस वाले हथियार अपने साथ रखने भी अनुमति दी, ताकि किसी भी खतरे से निपटने में ये मददगार हो सके।
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साभार: भास्कर समाचार
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