मुख्यमंत्री खट्टर ने शनिवार को कंप्यूटर
शिक्षकों को मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया, लेकिन शिक्षक नहीं माने। अब
शिक्षक रविवार को पंचकूला में रैली निकालने जा रहे हैं। शनिवार को
मुख्यमंत्री के साथ कंप्यूटर शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने
बैठक की। आधे घंटे चली बैठक में शिक्षकों ने कंपनियों के
करोड़ों के
भ्रष्टाचार के सुबूत मुख्यमंत्री को सौंपे। इसके साथ ही शिक्षकों ने पंजाब और हिमाचल सरकार की नीति भी सौंपी, जिसके
तहत कंप्यूटर शिक्षकों को विभाग में समायोजित किया गया। बैठक में
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों की मांगों को जायज मानते हुए जल्द ही हल निकलने का
आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कंपनी की गलती हुई तो उन पर
आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि कंप्यूटर शिक्षक पिछले 13 दिनों से
हड़ताल पर हैं, जिससे बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित हो रही है। कंप्यूटर शिक्षकों और कंपनियों के बीच विवाद को लेकर दो फरवरी को चंडीगढ़ में आर्बिटेशन की बैठक बुलाई गई है। इसमें शिक्षा विभाग के अलावा कंपनियों के अधिकारियों के साथ-साथ कंप्यूटर
शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल भी शामिल होगा। इस बैठक में कंपनियों पर
कार्रवाई को लेकर अंतिम फैसला लिया जाएगा। शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष
बलराम धीमान ने बताया की यदि 2 फरवरी को कंपनियों के अनुबंध को खत्म नहीं
किया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
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साभार: अमर उजाला समाचार
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