Tuesday, June 20, 2017

सड़क सुरक्षा के मद्देनजर सरकारी स्कूलों में यातायात सुरक्षा की पढाई

हरियाणा में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाएं रोकने को सरकार संजीदा हो गई है। प्रदेश सरकार का मानना है कि स्कूल और कॉलेज स्तर पर विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी देकर काफी हद तक सड़क
दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भविष्य में केवल खुद यातायात के नियमों का अनुपालन करेंगे, बल्कि अपने परिवार के बाकी सदस्यों को भी इन नियमों का पालन करने को प्रेरित करेंगे। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। सड़क सुरक्षा पर दी जाने वाली शिक्षा से जुड़ी सामग्री को चौथी और पांचवीं कक्षाओं के लिए पर्यावरण अध्ययन विषय और छठी से आठवीें तक की कक्षाओं में सामाजिक और राजनीतिक जीवन विषयों की पाठय़ पुस्तकों में शामिल किया गया है। कक्षा नौवीं और दसवीं के लिए अंग्रेजी और हिंदी की पुस्तकों में सड़क सुरक्षा विषय को रखा गया है। प्रदेश सरकार अब 11वीं और 12वीं कक्षाओं के पाठय़क्रमों में सड़क सुरक्षा से संबंधित सामग्री जोड़ने की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। सुरक्षित स्कूल वाहन नीति के तहत प्रत्येक स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षिक संस्थान के वाहनों में जीपीएस और इंटरनेट प्रोटोकॉल कैमरों की स्थापना अनिवार्य कर दी गई है। 
47 ट्रैफिक लाइटें और 1051 स्पीड ब्रेकर लगेंगे: परिवहन मंत्री के अनुसार प्रदेश में ट्रैफिक लाइटों की स्थापना के लिए 47 स्थानों की पहचान की गई है। जरूरत वाले 1051 में से 951 स्थानों पर स्पीड ब्रेकर बनाए जा चुके हैं। सभी परिवहन वाहनों में निर्धारित मानकों के स्पीड गवर्नर लगाना भी अनिवार्य किया गया है। रेवाड़ी, गुरुग्राम और दिल्ली स्थित हरियाणा रोडवेज की 400 बसों में जीपीएस आधारित व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम लगाया गया है।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: जागरण समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.