Saturday, May 9, 2015

AIPMT: पुलिस कह रही है पेपर हुआ लीक, सीबीएसई मानने को नहीं तैयार

छात्रों के भविष्य और एआईपीएमटी के पेपर लीक मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। ओर जहां पुलिस प्रशासन पेपर लीक के आरोपियों की तलाश में जुटी है वहीं सीबीएसई पेपर लीक की संभावनाओं को ही नकार रही है। ऐसे में सीबीएसई और पुलिस विभाग अब आमने-सामने हैं। पुलिस का दावा है कि पेपर लीक होने के बाद ही आंसर की मोबाइल में मिली है। पुलिस ये भी मान रही है कि पेपर रोहतक से ही लीक हुआ है। रविवार को
हुए आल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट (एआईपीएमटी) मामले को लेकर सीबीएसई पहले ही दिन से पेपर लीक न होने की बात पर अड़ी है। जबकि रोहतक पुलिस मामले को साबित करने के लिए मास्टर माइंड रूप दांगी को तलाश रही है। पुलिस का ये कहना है कि इस पूरे मामले में पकड़े गए आरोपियों से कई खुलासे के आधार पर सीबीएसई से बात की जाएगी। जबकि सीबीएसई किसी भी मामले में पहले साक्ष्य प्रस्तुत करने की बात कह रही है।

मास्टर माइंड ने रोहतक में ही की सेटिंग: पुलिस सूत्रों की मानें तो मास्टर माइंड रूप दांगी ने रोहतक में ही सेटिंग की है। रूप दांगी रोहतक के मदीना गांव का ही है। माना जा रहा है कि शहर के ही किसी परीक्षा केंद्र से उसने सेटिंग कर पेपर लीक करवाया है। इसके बाद जिन परीक्षार्थियों के रोल नंबर पुलिस को मिले हैं उनमें कोई हिसार, गोहाना, करनाल समेत हरियाणा के जिलों से ही नहीं बल्कि जयपुर समेत राजस्थान के अभ्यर्थियों के नाम भी शामिल हैं। ऐसे में सभी 9 अभ्यर्थियों के रोल नंबर एक ही शहर में आना भी सवालिया निशान पैदा कर रहा है। ये भी संभावना जताई जा रही है कि मास्टर माइंड ने ही सेटिंग कर रोल नंबर अपने अनुसार एक ही शहर में डलवाए हैं और इस एजूकेशन माफिया ने देश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की सेटिंग की हुई होगी।
सीबीएसई को भेजी रिपोर्ट, सब कुछ ठीक था यहां: एआईपीएमटी पेपर लीक मामले में सीबीएसई ने रोहतक की मुख्य अधीक्षक सुनीता जुनेजा से रिपोर्ट मांगी थी। मुख्य अधीक्षक सुनीता जुनेजा का कहना है कि विस्तृत रिपोर्ट सीबीएसई को भेज दी है। उन्होंने कहा कि उनकी जिम्मेदारी यहां पेपर कंडक्ट कराने की थी जो अच्छे ढंग से हुआ है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक होने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता। पेपर बैंक से सील्ड पैकेट ही बाहर आए थे और सभी केंद्रों पर सील बंद पैकेट ही खोले गए हैं। सभी केंद्रों पर सीबीएसई की ओर से दो-दो पर्यवेक्षक पूरी परीक्षा के दौरान केंद्र पर मौजूद रहे हैं। उन्होंने बताया कि सीबीएसई की ओर से 11 अधिकारी और 54 पर्यवेक्षक रोहतक में भेजे गए थे। इस बार परीक्षा केंद्रों के लिए भी काफी संख्या में स्कूलों को दरकिनार कर दिया गया था और कालेजों को भी नजर अंदाज। ऐसे में इस बार काफी एहतिहात बरतते हुए परीक्षा केंद्रों की सूची सीबीएसई को भेजी गई थी। साथ ही कहा कि पुलिस का सीधा पत्र व्यवहार सीबीएसई के साथ चल रहा है।
आईजी बोले, साक्ष्यों के साथ करेंगे पेश, फिर मानेगी सीबीएसई: मामले को लेकर आईजी श्रीकांत जाधव का कहना है कि सीबीएसई भले ही पेपर लीक का मामला नहीं मान रही है, लेकिन पुलिस विभाग साक्ष्यों के साथ कोर्ट में मौजूद होगा तब सीबीएसई को मानना होगा। आरोपियों के कब्जे से 9-10 हजार रुपये कीमत के ब्लू टूथ डिवाइस युक्त जैकेट, उनके मोबाइल से आंसर की समेत उनके डिस्क्लोजर और काफी अन्य सामान मौजूद है।
साभार: अमर उजाला समाचार
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