Tuesday, June 6, 2017

सीआरपीएफ कैंप में सोए जवानों को जिंदा जलाने की साजिश नाकाम, 4 फिदायीन मारे

सीआरपीएफ ने कश्मीर के बांदीपोरा इलाके में अपने कैंप पर आत्मघाती हमले की साजिश नाकाम करते हुए 4 फिदायीनों को मार गिराया। चारों आतंकी उड़ी हमले की तर्ज पर सोए जवानों को जिंदा जलाने की तैयारी के
साथ आए थे। सोमवार तड़के 4 बजे संबल स्थित कैंप की बाड़ के बाहर से ग्रेनेड फेंकने के बाद आतंकी फायरिंग करते हुए अंदर घुसने लगे। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। वे अंधेरे का फायदा उठाना चाहते थे, लेकिन संतरी पोस्ट पर तैनात गार्ड्स ने जवाबी फायरिंग कर उन्हें रोक लिया। कुछ देर में जम्मू-कश्मीर पुलिस सीआरपीएफ की क्विक रिएक्शन टीम पहुंच गई। डेढ़ घंटे चली मुठभेड़ में सीआरपीएफ ने चारों आतंकी मार गिराए। कोई भी जवान हताहत नहीं हुआ। 
आतंकवादियों को कैंप के बाहर ही मार गिराया। चारों आतंकी विदेशी बताए जा रहे हैं। उनके पास से 4 एके-47 राइफलें, एक अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर और गोला-बारूद बरामद हुआ है। उनके पास पैट्रोल बम भी मिले हैं। सीआरपीएफ के मुताबिक चार में से एक आतंकी आत्मघाती हमलावर था। 
सीआरपीएफ कैम्प पर कब्जे की फिराक में थे आतंकवादी: बांडीपोरा में सीआरपीएफ पर हमला करनेवाले आतंकी कैम्प पर कब्जे की फिराक में थे। वह ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने की तैयारी के साथ आए थे। गृहमंत्री राजनाथ सिंह के मुताबिक हथियारों से लैस ये आतंकी कैम्प की सुरक्षा को तोड़ भीतर घुसना चाहते थे। इनके पास ग्रेनेड, राइफल के अलावा पेट्रोल बम भी थे। जिससे समझा जा सकता है कि ये कैम्प में आग लगा सकते थे। उनके पास सूखा राशन भी था जिससे साफ होता है कि ये लंबे समय तक लड़ने की तैयारी में थे। गृहमंत्री के मुताबिक आतंकवादियों ने कैम्प की बाड़ काटी और फिर संतरी पोस्ट पर खड़े गार्ड पर फायरिंग की। यानी उनकी कोशिश भीतर घुसने की थी। गृहमंत्री ने सीआरपीएफ के अफसर-जवानों के साहस और सूझबूझ की तारीफ की है। 
चीता की बटालियन है यह: सीआरपीएफ का यह कैंप श्रीनगर से 34 किमी की दूरी पर है। संबल में सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन का मुख्यालय है, जिसका नेतृत्व राजस्थान के कोटा के चेतन कुमार चीता ने किया था, जिन्होंने पिछले साल बांदीपोरा में आतंकियों का मुकाबला करते हुए 9 गोलियां लगने के बावजूद मौत को मात दे दी थी। फिलहाल उनका दिल्ली में इलाज चल रहा है। 
अलगाववादियों की बैठक रोकी मीरवाइज को नजरबंद कियाप्रशासन ने हुर्रियत प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी के घर सोमवार को बैठक नहीं होने दी। अलगाववादी नेता हैदरपोरा स्थित उनके घर पर बैठक करने वाले थे, जिसे सील कर दिया है। मीरवाइज उमर फारूक को घर में नजरबंद किया है। जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बैठक एनआईए के छापों को लेकर बुलाई गई थी।
आतंकियों के शवों की मांग को लेकर लोगों का प्रदर्शन: आतंकियों के मारे जाने के बाद सैंकड़ों स्थानीय लोग प्रदर्शन करने लगे। वे सुरक्षाबलों पर पथराव करने लगे। यह लोग आतंकियों के शव मांग रहे थे। भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस छोड़नी पड़ी। एहतियातन इलाके में मोबाइल फोन सर्विस बंद कर दी गई है। संबल में बाजार बंद हैं और सड़कों पर ट्रैफिक भी रोका गया है। 
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार 
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