हरियाणा में साढ़े 10 हजार पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) के तबादलों के बाद अब बुधवार से 29 हजार प्राइमरी (पीआरटी) शिक्षकों की तबादला प्रक्रिया शुरू होने वाली है। एक ही स्थान पर पांच सालों से जमे सभी प्राइमरी शिक्षकों के तबादले होंगे। प्राइमरी (पीआरटी) शिक्षकों की तबादला प्रक्रिया पूरी होने के बाद 20 हजार ट्रेंड
ग्रेजुएट टीचर (टीजीटी) के ऑनलाइन तबादले होंगे। मौलिक शिक्षा विभाग ने प्राइमरी शिक्षकों के तबादलों के लिए वेबपोर्टल तैयार कर लिया है। शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने कहा कि बुधवार से तबादलों के लिए आप्शन मांगने शुरू हो जाएंगे। जिन शिक्षकों को एक ही जगह पर काम करते हुए पांच साल पूरे नहीं हुए हैं, पहले उनसे हां अथवा ना के विकल्प मांगे जाएंगे। यदि ऐसे शिक्षक अपने तबादले चाहते हैं तो उन्हें हां का विकल्प भरना होगा। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ हरियाणा के अध्यक्ष विनोद ठाकरान और महासचिव दीपक गोस्वामी ने मौलिक शिक्षा निदेशक रोहताश खरब से मुलाकात कर तबादलों में आने वाली तकनीकी बाधाएं दूर करने की मांग की। उन्होंने कहा कि करीब 400 स्कूल बंद हो चुके हैं, लेकिन प्राथमिक शिक्षा विभाग की साइट पर वे नजर आ रहे हैं। यदि शिक्षकों ने गलती से इन स्कूलों में तबादलों के विकल्प भर दिए तो प्रक्रिया बाधित हो जाएगी। विनोद ठाकरान और दीपक गोस्वामी ने गेस्ट टीचर्स के पदों के विरुद्ध स्टेशन अलाट किए जाने की मांग की, जिस पर महानिदेशक ने कहा कि यह फैसला सरकार के स्तर पर किया जा सकता है। प्राइमरी स्कूलों में करीब 5800 गेस्ट टीचर भी कार्यरत हैं, लेकिन इन पोस्ट के विरुद्ध तबादले नहीं हो रहे हैं। गेस्ट टीचर 2005 से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने उन हेड टीचर्स के तबादलों संबंधी दिक्कतें दूर करने की भी मांग की है, जिनके एमआइएस अप्रूव नहीं हुए हैं।
पीके दास ने ली अधिकारियों की बैठक: शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने मंगलवार को विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर उन 1100 पोस्ट ग्रेजुएट टीचर्स (पीजीटी) की शिकायतों का निस्तारण करने के निर्देश दिए, जिनकी तबादला प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। अतिरिक्त निदेशक वीरेंद्र सहरावत को इस काम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दास ने पीजीटी के बाद अब पीआरटी और टीजीटी की तबादला प्रक्रिया की समीक्षा की।
- प्रदेश में करीब 14 हजार पीजीटी हैं, जिनमें से तबादलों के लिए 11 हजार ने आवेदन किया था।
- 3 हजार पीजीटी ऐसे हैं, जिनकी एक स्थान पर पोस्टिंग को पांच साल पूरे नहीं हुए थे। ऐसे शिक्षक तबादलों की श्रेणी में नहीं आते।
- 11 हजार पीजीटी में से साढ़े 9 हजार के पूर्ण रूप से तबादले हो चुके हैं, जबकि 400 शिक्षक ऐसे हैं, जिन्होंने तबादलों के लिए विकल्प नहीं भरे थे। 753 शिक्षकों को गलत स्टेशन अलाट हो गए थे।
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साभार: जागरण समाचार
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