Saturday, August 13, 2016

प्रधानमंत्री जी, गुलदस्ते लेना बंद करें, डेढ़ करोड़ रुपए बचेंगे; 15 अगस्त पर मोदी को मिले अनोखे सुझाव

'प्रधानमंत्रीजी, आप गुलदस्ते क्यों लेते हैं? क्या आप और मंत्री ऐसा करना बंद नहीं कर सकते? 'स्वच्छता अभियान तो अच्छा है लेकिन जब तक कचरा निपटाने की ठोस व्यवस्था नहीं होगी, कोई फायदा नहीं है।' 'क्यों 12वीं के बाद सभी विद्यार्थियों को दुकानों, रेस्तरां, फैक्ट्री में काम करने का मौका मिले। बदले में स्टाइपेंड दिया
जाए।' ऐसे तमाम सुझाव पीएम नरेंद्र मोदी को प्राइम मिनिस्टर एप पर मिल रहे हैं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। मोदी ने 70 वें स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण के लिए लोगों से सुझाव मांगे थे। शुक्रवार शाम तक एप पर 10267 सुझाव चुके थे। आशीष आनंद ने लिखा, साल के 300 दिनों में ही रोज 10 मीटिंग्स में 10-10 गुलदस्ते हों और हर गुलदस्ता 500 रुपए का हो तो सालाना लागत 1.5 करोड़ रुपए होगी।' पीएम 'स्वागत कोष' बनाएं जिसमें मिलने वाले लोग दान करेंं। श्रीकांत ने मांग की है कि इस 15 अगस्त को गोमाता को राष्ट्रीय माता घोषित किया जाए। 
काम करना कम करें, चेहरा थका हुआ दिखता है: एक व्यक्ति ने पीएम से कहा है कि शहीदों के परिवारों के बैंक खाते की जानकारी मिले ताकि आर्थिक मदद दी जा सके। 
  • एक सुझाव था, पीएम अपील करें कि लोग 15 अगस्त को पिकनिक मनाने के बजाय बच्चों को आजादी आंदोलन से जुड़ी फिल्में दिखाएं।
  • एक सज्जन ने कहा, 'पीएम ज्यादा मेहनत किया करें, क्योंकि उनका चेहरा थका हुआ दिखता है।' 
  • भ्रष्टाचारके विरोध में: महाराष्ट्रकी पूर्णिमा जायसवाल ने कहा कि भ्रष्टाचार हटाने की शुरुआत तो हमें खुद से ही करनी होगी।
  • विजय कुमार जगन्नाथन ने कहा, सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट में नेताओं के खिलाफ फैसले तय समय में हों। 
  • 12वींके बाद काम करें विद्यार्थी: रमेश राजुरकर ने सुझाव दिया कि 12वीं पास करने वाले हर विद्यार्थी को दुकानों, रेस्तरां, फैक्ट्री, वर्कशॉप में अनिवार्य तौर पर काम करवाया जाए। ट्रेनिंग वोकेशन पीरियड में हो, बदले में उन्हें स्टाइपेंड मिले। 
  • रामशंकर ने कहा, आपका सफाई अभियान तो अच्छा है, लेकिन यह तय नहीं हुआ कि कचरे का क्या होगा। 
  • झारखंड के अमित कुमार ने कहा, स्कूलों में बच्चों से पूछें-उन्होंने घर में कितने बल्ब या पंखे के स्विच ऑफ किए। 
  • गणपत सिंह देवरा ने कहा, दिव्यांग की ही तर्ज पर गरीबों काे गणेश का नाम दिया जाए। 
  • वहीं निखिल कुमार ने राय दी कि सरकारी योजनाओं का नामकरण युद्ध के शहीदों के नाम पर होना चाहिए।

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साभार: भास्कर समाचार 
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