Saturday, August 13, 2016

हॉकी में भारतीय महिलाएं नहीं कर पा रही कुछ; अमेरिका से 0-3 से हारकर किए खुद के रास्ते बंद

भारतीय महिला हॉकी टीम का लचर प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहा और अमेरिका ने उसे 3-0 से हराकर रियो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल में प्रवेश के उसके रास्ते लगभग बंद कर दिए। 36 साल बाद ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली भारतीय टीम की यह लगातार तीसरी हार है। पूल ‘बी’ के इस मैच में अमेरिकी टीम पूरी
तरह से भारत पर हावी रही। इस हार के साथ भारत निचली दो टीमों में से है जिसके चार मैचों में एक ही अंक है। छह टीमों में से शीर्ष चार क्वार्टर फाइनल में पहुंचेंगी। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। भारत को अब अंतिम आठ में पहुंचने की उम्मीद बनाए रखने के लिए शनिवार को आखिरी पूल मैच में अपने से ऊंची रैंकिंग वाली अजेर्ंटीना टीम को हराना होगा। फिट और तेज तर्रार अमेरिकी टीम ने मैच के दौरान लंबे समय तक गेंद पर नियंत्रण बनाए रखा, जबकि भारतीयों ने आसानी से कब्जा छोड़ दिया। अमेरिका को नौ पेनाल्टी कॉर्नर मिले, जबकि भारत एक भी हासिल नहीं कर सका। अमेरिकी टीम हालांकि एक भी पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल नहीं कर सकी और उसके तीनों गोल फील्ड गोल थे। कैथलीन बाम ने 14वें और 42वें मिनट में गोल किया, जबकि मेलिसा गोंजालेस ने 52वें मिनट में गोल दागा। ऐसा लग रहा था कि पहले क्वार्टर में कोई गोल नहीं होगा, लेकिन 14वें मिनट में भारत गोल खा बैठा। दूसरे क्वार्टर में अमेरिका को दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले। भारत ने दूसरे क्वार्टर में बेहतर प्रदर्शन किया और अमेरिका को गोल नहीं करने दिए। रानी रामपाल 20वें मिनट में गोल करने के करीब पहुंचीं, जब उनकी रिवर्स हिट गोल के भीतर गई, लेकिन बाद में पता चला कि गेंद प्रीति दुबे के पैर से लगकर गई थी जिससे भारतीय समर्थकों को निराशा हाथ लगी।
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साभारजागरण समाचार 
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