Friday, January 15, 2016

अब एटीएम ही बन जाएंगे बैंक, मिलेंगी सभी सेवाएं: रिज़र्व बैंक की मंजूरी

अब एटीएम पर ही ग्राहकों को बैंक की हर सुविधा मिल जाएगी। बैंकों को एटीएम के जरिये सभी उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करने की अनुमति मिली है। रिजर्व बैंक ने बैंकों को अधिक परिचालन स्वतंत्रता देते हुए यह फैसला किया है। इस बाबत अधिसूचना जारी हो गई है। रिजर्व बैंक ने एटीएम पर सुविधाएं देने संबंधी
सभी प्रतिबंध खत्म कर दिए हैं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। अधिसूचना में आरबीआइ ने कहा है कि टेक्नोलॉजी की मदद से जो भी सुविधाएं संभव हैं, वे सभी बैंक ग्राहकों को एटीएम के जरिये दे सकते हैं। हालांकि, केंद्रीय बैंक ने चेतावनी दी है कि ग्राहकों के साथ इन एटीएम में किसी तरह का धोखा नहीं हो, इसकी बैंक पूरी व्यवस्था करें। जून, 2009 में भी केंद्रीय बैंक ने बैंकों को एटीएम लगाने को लेकर नियमों में ढील दी थी। उन्हें आजादी देते हुए कहा गया था कि एटीएम लगाने में स्थान का चुनाव करने को लेकर बैंकों को आरबीआइ की पूर्व मंजूरी लेने की जरूरत नहीं है।  
बैंकों की लागत घटेगी: एटीएम पर बैकिंग की सभी सुविधाएं देने से बैंकों की लागत में काफी कमी आएगी। एटीएम के मुकाबले ब्रांच खोलने की लागत कई गुना ज्यादा होती है। एटीएम पर टेक्नोलॉजी के माध्यम से सुविधा देने पर बैंकों का खर्च बहुत कम हो जाएगा।
देश में 1.9 लाख एटीएम: देश में एटीएम की संख्या करीब 1.9 लाख है। इसमें से आधे एटीएम बैंक ब्रांचों में लगे हैं। शेष ब्रांच से दूर लगे हैं। कुछ बैंकों ने एटीएम ई-बैंकिंग सेंटर में बदल दिए हैं। इनमें डिपॉजिट मशीन और इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा भी दी जा रही है। देश में एसबीआइ के 47,857 एटीएम, आइसीआइसीआइ बैंक के 13,088 एटीएम, एक्सिस बैंक के 12,440 एटीएम और एचडीएफसी बैंक के 11,795 एटीएम हैं।
  • लोन की अर्जी दे सकेंगे
  • बैंक ड्राफ्ट बनवा सकेंगे
  • इंश्योरेंस, म्यूचुल फंड की खरीद कर सकेंगे
  • क्रेडिट कार्ड की अर्जी दे सकेंगे
  • बैंक चाहें तो सभी सुविधाएं दे सकेंगे
  • एटीएम में डिपॉजिट, पैसे निकालने की सुविधा
  • चेक बुक मंगाने, स्टेटमेंट लेने संबंधी सुविधा
  • बैलेंस की जानकारी
  • रकम ट्रांसफर
  • बिजली और टेलीफोन के बिल भरने की सुविधा।

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साभारजागरण समाचार 
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