मोदी सरकार में योग के महत्व को बढ़ाने के लिए
भले ही पुरजोर कोशिश हो रही है, लेकिन वर्तमान में केंद्र के पास कोई ऐसा
कानून नहीं है जिसके तहत योग की गुणवत्ता पर निगरानी रखी जा सके। या फिर
फर्जी योग प्रैक्टिसनरों की बाढ़ को रोकने के लिए उनकी गुणवत्ता सुनिश्चित
करने के मानकों को तय किया जा सके। ऐसे में नए योग गुरुओं और संस्थानों को
उनके गुणवत्ता के आधार पर प्रमाणपत्र देने की व्यवस्था शुरू की जाएगी।
नए
योग सिखाने वालों को इसके लिए परीक्षा देनी पड़ेगी। सव्यासा
के प्रमुख एचआर नागेंद्र की अध्यक्षता में केंद्र सरकार ने एक समिति का
गठन किया है जो कि योग और नेचुरोपैथी प्रैक्टिसनरों की गुणवत्ता बढ़ाने के
लिए सिफारिश पेश करेगी। सूत्रों के मुताबिक समिति की सिफारिशों के आधार पर
नए योग प्रैक्टिसनरों को परीक्षा के आधार पर गुणवत्ता का सर्टिफिकेट हासिल
हो सकेगा। केवल वहीं प्रैक्टिसनर योग करा सकेंगे, जिन्हें यह प्रमाण पत्र
मिलेगा। आयुष मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी
ने बताया कि वर्तमान में प्रत्येक शहर में निजी योग शिक्षकों की बड़ी फौज
खड़ी हो चुकी है, लेकिन उनके योग की गुणवत्ता पर नजर रखने का कोई तंत्र या
कानून को तैयार नहीं किया जा सका है। ठीक इसी तरह नेचुरोपैथी प्रैक्टिसनर
पर निगरानी रखने का कोई तंत्र नहीं है। जबकि मेडिकल टूरिज्म में नेचुरोपैथी
की लोकप्रियता काफी ज्यादा है। अधिकारी ने कहा कि इस समिति की सिफारिश के
आधार पर योग और नेचुरोपैथी की शिक्षा और प्रैक्टिस में सुधार की जाएगी।
वहीं इनके प्रचार-प्रसार, विकास के लिए कदम उठाए जा सकेंगे। उन्होंने कहा
कि वर्तमान में इस संदर्भ में कोई कानून नहीं है। उम्मीद की जा रही है कि
समिति अगले तीन से छह माह में अपनी रिपोर्ट केंद्र को सौंपेगी। इससे योगा
प्रैक्टिस के मानक तय करने में मदद मिल सकेगी। गौरतलब
है कि एचआर नागेंद्र पीएम मोदी के निजी योगा थेरेपिस्ट हैं। वहीं 21 को
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए सरकार की ओर से गठित पैनल की अगुआई भी
उन्होंने की है। अब उनकी अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट के आधार पर योग
क्षेत्र में बड़े बदलाव की उम्मीद है।
बड़े बदलाव की उम्मीद: एचआर
नागेंद्र पीएम मोदी के निजी योग थेरेपिस्ट हैं। वहीं 21 को अंतरराष्ट्रीय
योग दिवस मनाने के लिए सरकार की ओर से गठित पैनल की अगुआई भी उन्होंने की
है। अब उनकी अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट के आधार पर योग क्षेत्र में
बड़े बदलाव की उम्मीद है।
- योग अभ्यास कराने वालों के लिए मानक तय करेगी सरकार
- सव्यासा के प्रमुख एचआर नागेंद्र की अध्यक्षता में केंद्र ने गठित की समिति
- समिति योग और नेचुरोपैथी प्रैक्टिसनरों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सिफारिश करेगी
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साभार: अमर उजाला समाचार
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