Tuesday, June 2, 2015

जैकाब: नेशनल अवार्डी गाय जो देती है 60 लीटर दूध

हरियाणा में एक ऐसी नेशनल अवॉर्डी गाय है, जो एक दिन में 60 लीटर दूध देती है। इसका औसत निकाला जाए तो पता चलता है कि हर घंटे में ये गाय ढाई लीटर दूध दे रही है। दूध अधिक होने के कारण मशीन से दूध निकाला जाता है। करनाल के दादुपुर गांव में डेयरी संचालक कुलदीप ने इस गाय का नाम जैकाब रखा हुआ है। कुलदीप महज 25 साल की उम्र के युवा हैं, जो पुश्तैनी बिजनेस को संभाल रहे हैं। उन्होंने अभी तक इस गाय की कीमत नहीं लगवाई है, क्योंकि गाय इतनी दुधाारू है कि कभी बेचने का मन ही नहीं किया। वे इसका दूध बेचकर खासा मुनाफा कमा रहे हैं। इसके
अतिरिक्त गाय दो लाख से अधिक की राशि विभिन्न प्रतियोगिताओ में इनाम में जीत चुकी है। 
होल्सटीन फ्रिसन नस्ल की है गाय, यूएसए से मंगाया था सीमन: कुलदीप सिंह ने बताया कि इस गाय की नस्ल होल्सटीन फ्रिसन है, जो हॉलैंड की नस्ल है। गाय के लिए उन्होंने यूएसए से सीमन मंगाया था। पिछले चार साल से वे उसे पाल रहे हैं। गाय दो बार बाछी दे चुकी है। 
हरा चारा, फीड और हरी सब्जियों की है खुराक: यह गाय दिन में 30-35 किलोग्राम हरा चारा, 10 किलो फीड, 10 किलो गाजर, 5 किलो बिनौले, 5 किलो चने खाती है। इसके साथ-साथ मौसमी सब्जियां भी खिलाई जाती है। 
तीन प्रतियोगिताओं में लहरा चुकी है परचम: गाय ने वर्ष 2015 में राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में राष्ट्रीय पशु मेले व मुक्तसर पंजाब में पुरस्कार जीता। इसके बाद 2013 में झज्जर में चैंपियनशिप जीती है। 
यूं हुई मिल्क डे मनाने की शुरुआत: संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ने एक जून को वैश्विक मिल्क डे मनाने का फैसला इसलिए किया क्योंकि दुनिया के कई देश अपने स्तर पर इस दिन पहले से ही मिल्क डे मना रहे हैं। हालांकि, जब इसकी तारीख तय की जा रही थी तो मई के अंत में मनाने की बात हुई थी, लेकिन चीन जैसे देशों के लिए यह मुश्किल था। क्योंकि, इस समय वहां पहले से ही कई सारे उत्सव मनाए जाते हैं। इसके बाद इसे 1 जून को मनाने का निर्णय लिया गया। हालांकि, मिल्क डे मनाने का इतिहास काफी पुराना है और अमेरिका व यूरोप में इसे देखा जा सकता है। 1903 में इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ मिल्क इंडस्ट्री की स्थापना ब्रसेल्श में की गई थी। इस फेडरेशन में अमेरिका और यूरोप के लगभग 39 स्टेट्स शामिल थे। मई 1961 में इस फेडरेशन ने पहली बार जर्मनी में मिल्क डे मनाया। इस उत्सव मनाने का उद्देश्य उपभोक्ताओं में दूध उत्पादन और उसके विभिन्न प्रयोगों, उपभोक्ता मिल्क उत्पादन और डेयरी प्रोसेसिंग के बारे में जागरुकता पैदा करना है। इंटरनेशनल मिल्क डे दूध के पोषक गुणों और मानव स्वास्थ्य के लिए इसके महत्व को दिखाने व इसके प्रचार के लिए बहुत अच्छा अवसर होता है। 
विश्व के दुग्ध उत्पादक देशों में पहले स्थान पर है भारत: भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है और यहां सालाना 14 करोड़ टन दूध उत्पादन किया जाता है। पंजाब दूध उत्पादन में देश में पहले स्थान पर है। यहां 1 करोड़ टन दूध उत्पादन किया जाता है। हरियाणा दूध उत्पादन में पंजाब के बाद दूसरे पायदान पर है। यहां भी 79.1 लाख टन सालान दूध उत्पादन किया जाता है। 
साभार: भास्कर समाचार
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