Sunday, November 1, 2015

पुनर्जन्म हो तो भारत में ही हो: दलाई लामा

तकरीबन 56 साल से भारत में बतौर मेहमान रह रहे तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा अब खुद को भारत का पुत्र मानने लगे हैं। उनका कहना है कि निर्वासित जीवन के दौरान अगर अपने कार्यों को पूरा नहीं कर पाए तो वह भारत में पुनर्जन्म लेना चाहेंगे। नालंदा के विद्वानों को अपना आदर्श मानने वाले दलाईलामा कहते हैं कि शारीरिक और मानसिक रूप से वह पूरी तरह भारतीय हैं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। भारत के अहिंसा, धार्मिक सद्भाव और धर्मनिरपेक्षता के संदेश को वह विश्व भर में प्रचारित कर रहे हैं। महात्मा गांधी के संदेश को दुनिया में फैला रहे हैं। दलाईलामा ने चिंता व्यक्त की कि उनके परिनिर्वाण के बाद चीन सरकार किसी कठपुतली दलाईलामा की घोषणा कर सकती है। जैसे चीन ने पंचेन लामा का एलान कर दिया। तिब्बती धर्मगुरु ने कहा वे तिब्बत की स्वतंत्रता की मांग नहीं कर रहे हैं। वह तिब्बत को यूरोपियन यूनियन की तरह रखना चाहते हैं। वर्तमान में तिब्बत की पूरी स्वतंत्रता संभव नहीं है। यूरोपियन यूनियन की तरह तिब्बत चीन के साथ रह सकता है। चीन के कई लोग उनकी मध्य मार्ग की नीति का समर्थन करते हैं लेकिन कुछ तिब्बती नौजवान उनकी नीति से सहमत नहीं हैं। धर्मशाला के मैक्लोडगंज मठ में ‘अमर उजाला’ से विशेष बातचीत में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता ने कहा कि धर्म व्यक्तिगत मसला है। शाकाहार सबसे उत्तम भोजन है लेकिन इसे किसी पर थोपा नहीं जा सकता। बीफ या मांसाहार का सेवन भौगोलिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संरचना पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि पहले वह भी मांसाहारी थे लेकिन अब उन्हें शाकाहार भोजन प्रिय लगता हैं। भारत की महानता यह है कि यहां सभी धर्मों का सम्मान होता है।
भारत ही विश्व को प्रेम, अहिंसा, त्याग और शांति का पाठ पढ़ा सकता है।
आकर्षक महिला पर दलाईलामा की सफाई: अमर उजाला ने दलाईलामा से उनके कई विवादित बयानों पर भी खुलकर बात की। दलाईलामा ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि कोई महिला भी दलाईलामा हो सकती है लेकिन वह खूबसूरत और आकर्षक होनी चाहिए। इस पर कई महिला संगठनों ने आपत्ति की थी। दलाईलामा ने कहा उनके बयान को गलत अर्थों में लिया गया। उनका भाव यह नहीं था। आध्यात्मिक गुरु के चेहरे पर एक दिव्यता होनी ही चाहिए।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभारअमर उजाला समाचार 
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