दुनिया के कई देशों की इकोनॉमी तेजी से चेंज हो रही है। भारत और चीन सहित कई देश अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में लगे हैं। GDP के मामले में फिलहाल अमेरिका पहले और भारत सातवें नंबर पर है। GDP ग्रोथ के हिसाब से वर्ल्ड बैंक ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके अनुमान लगाया है कि साल 2025 तक कौन सी अर्थव्यवस्था किस
पोजीशन पर होगी। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। मनी भास्कर आपको बता रहा है कि रिपोर्ट के मुताबिक अगले 10 सालों में कौन सा देश, कहां खड़ा होगा:- अमेरिका: 18,125 अरब डॉलर जीडीपी के साथ फिलहाल अमेरिका दुनिया की आर्थिक शक्ति है। ग्लोबल इकोनॉमी में अमेरिका का दबदबा है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में अमेरिका की हिस्सेदारी करीब 23.45 फीसदी है। अनुमान है कि अगले एक दशक तक अमेरिका अपनी टॉप पोजीशन खो सकता है। इतना ही नहीं वह लिस्ट में दो से तीन पोजीशन नीचे खिसक सकता है।
- चीन: चीन की मौजूदा जीडीपी 11,212 अरब डॉलर है। चीन दुनिया की दूसरी और एशिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में चीन 14.5 फीसदी का योगदान देता है। 1970 के दशक में औद्योगिकीकरण की शुरुआत के बाद चीन हमेशा तरक्की करता रहा। चीनी अर्थव्यवस्था में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की हिस्सेदारी 45 फीसदी है। रिपोर्ट में अनुमान है कि चीन दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है।
- जापान: एशिया की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था जापान की जीडीपी 4,210 अरब डॉलर है। लेकिन, 2008 की ग्लोबल स्लोडाउन के बाद से जापान की अर्थव्यवस्था संघर्ष कर रही है। इलेक्ट्रॉनिक और इलेक्ट्रो मैकेनिकल प्रोडक्ट्स के लिए जापान दुनिया में फेसम है। हालांकि, उसे अमेरिका और दक्षिण कोरिया से कड़ी टक्कर मिल रही है। ग्लोबल इकोनॉमी में जापान की भागेदारी 5.45 फीसदी है। अनुमान कहता है कि 10 साल में जापान भी लिस्ट में नीचे खिसक सकता है।
- जर्मनी: मशीन, वाहन, घरेलू मशीनरी और केमिकल उद्योग के लिए जर्मनी चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था है। जर्मनी की जीडीपी 3,413 अरब डॉलर है। जर्मनी की सबसे बड़ी दिक्कत देश में युवाओं की कमी है। हालांकि साल 2025 तक जर्मनी के फिसलकर छठे नंबर पर आने का अनुमान है। ग्लोबल इकोनॉमी में जर्मनी 4.42 फीसदी भागेदारी करता है।
- ब्रिटेन: 2,853 अरब डॉलर जीडीपी वाला ग्रेट ब्रिटेन छठी बड़ी अर्थव्यवस्था है। सर्विस और बैंकिंग सेक्टर ब्रिटिश इकोनॉमी को मजबूत बनाते हैं। लेकिन, अगले 10 साल में दूसरे देश ब्रिटेन से आगे निकल जाएंगे। यह देश आठवें नंबर पर पहुंच सकता है। ब्रिटेन ग्लोबल इकोनॉमी में 3.69 शेयर रखता है।
- फ्रांस: फ्रांस दुनिया की पांचवीं और यूरोप की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था है। फ्रांस की जीडीपी 2,470 अरब डॉलर है। अनुमान है कि 2022 तक फ्रांस नौवें नबंर पर आ जाएगा। टैक्स नीति और यूरो संकट भी इसके लिए जिम्मेदार होंगे। ग्लोबल इकोनॉमी में फ्रांस का शेयर 3.19 फीसदी है।
- भारत: 2,308 अरब डॉलर के सकल घरेलू उत्पाद वाला भारत दुनिया की सातवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। 7.5 फीसदी विकास दर के साथ भारत इस वक्त दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। 2025 तक भारत ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी को पीछे छोड़कर चौथे नंबर पर आ सकता है। ग्लोबल इकोनॉमी में भारत का शेयर 2.99 फीसदी है।
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साभार: भास्कर समाचार
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