अब विद्यार्थियों में शिक्षक बनने की रुचि कम होती जा रही है। इस बार तो आधी से अधिक सीटें खाली रह गई हैं। आंकड़े को सम्मानजनक स्थिति तक पहुंचाने के लिए एक बार फिर से आवेदन का मौका दिया गया है। अब 26 अक्तूबर तक आवेदन किए जा सकते हैं। दाखिलों में जेसीडी बीएड कॉलेज उत्तर भारत में प्रथम स्थान पर है यहां की 97 प्रतिशत सीटें भर चुकी हैं जबकि प्रदेश का आंकड़ा 50 प्रतिशत से भी कम है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। इसके पिछे कई कारण हो सकते हैं। इस बार बीएड में दाखिले के लिए चार बार काउंसिलिंग के बाद भी 51 प्रतिशत सीटें रिक्त रह गई हैं। अब विश्वविद्यालय ने दाखिले के लिए एक और मौका प्रदान किया है। 13 से 26 अक्तूबर तक आवेदन शुरू हैं और 14 से 27 अक्तूबर तक संस्थान की ऑनलाइन च्वॉइस की जा सकेगी। 27 अक्तूबर को लिस्ट जारी होगी और 28 अक्तूबर को अलॉटमेंट होगी। इसके बाद 29 व 30 अक्तूबर को कॉलेज में रिपोर्ट करने का समय निर्धारित किया गया है और 31 अक्तूबर को कॉलेज द्वारा विश्वविद्यालय को रिपोर्ट की जाएगी।
इससे पूर्व बीएड में दाखिलों के लिए सात अक्तूबर को अंतिम प्रक्रिया हुई थी जिसके बाद सीडीएलयू के अधीनस्थ कॉलेजों में 49 प्रतिशत सीटें ही भर पाई थी जबकि पूरे प्रदेश की बात करें तो आंकड़ा इससे भी कम रहा। सीटें अधिक रिक्त रह जाने के कारण चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय जींद द्वारा दाखिलों के लिए मौका प्रदान किया गया है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। बीएड में दाखिले कम होने के पीछे कोर्स दो वर्ष का हो जाना भी माना जा रहा है इसके अलावा शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में बार-बार परीक्षाओं का दौर भी विद्यार्थियों को इस कोर्स से दूर होने पर मजबूर कर रहा है।
कहां कितने हुए दाखिले:
कॉलेज कुल सीट दाखिले रिक्त
माता हरकी देवी ओढां 200 78 122
एमएम कॉलेज फतेहाबाद 200 142 58
डिफेंस कॉलेज टोहाना 200 112 88
सूर्या कॉलेज टोहाना 200 67 133
गुरु द्रोणाचार्य कॉलेज भूना 200 65 135
अपेक्स कॉलेज टोहाना 100 31 69
ग्रामीण कॉलेज टोहाना 100 60 40
आकाश कॉलेज टोहाना 100 70 30
तिरूपति कॉलेज रतिया 200 140 60
डेफोडिल्स कॉलेज फतेहाबाद 100 74 26
एमयूएच कॉलेज टोहाना 100 43 57
क्रिससेंट कॉलेज भोडिया खेड़ा 100 19 81
बीएड का कोर्स दो वर्ष का हो गया है इसलिए दाखिले के लिए विद्यार्थियों को रूझान कम हुआ है और इसके अलावा दूसरे वर्ष की फीस को लेकर अब तक जानकारी किसी को नहीं है इस लिए विद्यार्थी दाखिले से कतरा रहे हैं। दाखिले कम हो पाए इसी लिए दाखिलों की तिथि फिर से जारी की गई है। अब तक दाखिलों की प्रतिशत काफी कम है। सीडीएलयू के अधीनस्थ कॉलेजों में 49 प्रतिशत सीटें ही भरी हैं। हालांकि इस बार प्रदेश में बीएड का कोर्स चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय द्वारा करवाया जा रहा है पर दाखिलों की स्थिति के बारे में हमें जानकारी है। -प्रो. एसके गहलावत, डीन ऑफ कॉलेज, सीडीएलयू
शिक्षा में गुणवत्ता का सबसे अधिक रोल होता है इसी लिए जेसीडी बीएड कॉलेज में 97 प्रतिशत सीटें भर चुकी हैं। हमारे कॉलेज को ए ग्रेड मिला हुआ है जिसका आधार शिक्षा में गुणवत्ता ही है। हमने कभी भी शिक्षा की गुणवत्ता से समझौता नहीं किया इसीलिए जेसीडी शिक्षण संस्थान में दाखिलों के लिए विद्यार्थियों में होड़ लगी रहती है। प्रदेश के बीएड कॉलेजों की स्थिति दाखिलों को लेकर काफी दयनीय है। - डॉ. जयप्रकाश, प्राचार्य जेसीडी शिक्षण महाविद्यालय, सिरसा
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साभार: अमर उजाला समाचार
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