ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट पेपर लीक केस के मुख्यारोपी की गिरफ्तारी तो
दूर पुलिस उसकी लोकेशन का भी पता नहीं लगा पाई है। वहीं, वारदात के बाद
सामने आए गिरोह से साठ-गांठ कर टेस्ट देने वाले नौ परीक्षार्थियों की भी
गिरफ्तारी नहीं की गई है। हालांकि पुलिस ने उत्तर प्रदेश से दो छात्रों की
गिरफ्तारी कर उनकी निशानदेही पर दबिश शुरू की है। बता दें कि 3 मई को
एआइपीएमटी के दिन पेपर लीक के आरोप में पकड़े गए
चार आरोपियों के मोबाइल से
नौ परीक्षार्थियों को आंसर-की भेजे जाने की पुष्टि हुई थी। पुलिस ने
छात्रों के मोबाइल नंबर से उनका परिचय भी हासिल कर लिया था। इनमें अधिकांश
रोहतक के आसपास के जिलों के रहने वाले थे। वहीं, इनमें दो तीन छात्रएं भी
थीं। पुलिस ने जल्द छात्रों की गिरफ्तारी की बात कही थी, लेकिन जिन छात्रों
के नाम शुरुआत में सामने आए थे, उनकी व मुख्यारोपी रूपराम दांगी की पुलिस
गिरफ्तारी नहीं कर पाई है। हालांकि पुलिस ने इस मामले में कुशीनगर के दो
छात्र को गिरफ्तार कर छह दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था। इन दोनों छात्रों
ने पेपर और आंसर-की लीक करने वाले गिरोह से साठ-गांठ कर राजस्थान के एक
केंद्र पर टेस्ट दिया था। पुलिस अब दोनों छात्रों से पूछताछ कर अन्य
साठ-गांठ कर टेस्ट देने वाले छात्रों की पड़ताल कर रही है। पुलिस दोनों
आरोपियों को साथ लेकर उनकी निशानदेही पर दबिश भी दे रही है।
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साभार: जागरण समाचार
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