ऑल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट (एआइपीएमटी) का पेपर लीक होने का भंडाफोड़ हुआ
है। पुलिस ने दो डॉक्टरों समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। टीम ने
आरोपियों के कब्जे से महिला और पुरुषों के विशेष चिप लगे अंत:वस्त्र,
मोबाइल फोन, ब्लूटूथ के अलावा एक कार बरामद की है। आरोपियों के व्हाट्स-एप
और मैसेज के
माध्यम से उत्तर तालिका भेजने की भी पुष्टि हुई है। हालांकि
परीक्षा केंद्र में पहुंचाने से पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया
गया।1पुलिस महानिरीक्षक श्रीकांत जाधव ने प्रेसवार्ता कर बताया कि पुलिस को
विश्वसनीय सूत्रों से एआइपीएमटी का पेपर लीक होने की जानकारी मिली थी।
आरोपी कुछ परीक्षार्थियों से सौदा कर चुके थे और उन्हें उत्तर तालिका
मुहैया कराने के प्रयास में जुटे थे। मामला संज्ञान में आने के बाद रोहतक
के एसपी शशांक आनंद और पानीपत के एसपी राहुल शर्मा के नेतृत्व में विशेष
टीम को आरोपियों की गिरफ्तारी का जिम्मा दिया गया। पुलिस टीम ने परीक्षा
के दौरान ऑमेक्स सिटी झज्जर बाईपास के पास से चार आरोपियों को गिरफ्तार
किया, जिनकी पहचान सेक्टर-एक में दुकान चलाने वाले डेंटिस्ट भूपेंद्र
निवासी गुढ़ाना, डेंटिस्ट संजीत निवासी बसंत विहार, पीजीआइएमएस एमबीबीएस
द्वितीय वर्ष का छात्र रवि पुत्र गोरख सिंह निवासी नीमका ग्रेटर नोएडा और
मनीट्रांसफर का काम करने वाले राजेश पुत्र उमेद निवासी गद्दीखेड़ी के रूप
में हुई है। 1पुलिस मास्टरमाइंड निलंबित सरकारी अधिकारी सोनीपत निवासी रूप
कुमार दांगी की तलाश में जुटी है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दांगी
ने ही उत्तर तालिका मुहैया कराई थी।पर्चा लीक मामले में आरोपियों से बरामद
विशेष चिप लगे अंत:वस्त्र एवं मोबाइल में उत्तर पुस्तिका की कुंजी।
जागरणश्रीकांत जाधवआइजी ने बताया कि 30 अप्रैल को पानीपत के एक होटल में
दांगी और संजीत की मुलाकात हुई थी। यहीं परीक्षार्थियों को पास कराने की
योजना बनाई गई थी। इसके बाद संजीत ने अन्य आरोपियों से संपर्क साधकर
परीक्षार्थियों से मुलाकात की।
विशेष चिप लगे महिला-पुरुष के आधा दर्जन अंत:वस्त्र बरामद: परीक्षार्थियों
से सांठगांठ करने के बाद उनके मोबाइल पर व्हाट्स-एप व संदेश के जरिये
उत्तर तालिका पहुंचा दी गई थी। आरोपियों के मोबाइल की पड़ताल में लगभग 90
प्रश्नों के उत्तर भेजने की पुष्टि भी हुई है। भूपेंद्र ने तीन, राजेश ने
दो और रवि ने चार परीक्षार्थियों या उनके परिचितों को उत्तर तालिका भेजी
थी। मोबाइल पर पाबंदी और कड़ी चेकिंग के कारण अंत:वस्त्र का सहारा लिया गया
था। इसमें विशेष चिप लगी थी और सिम डाला हुआ था और यह महीन तार के जरिये
बारीक ईयर फोन से जुड़ा था। परीक्षार्थी का साथी बाहर से ही कॉल कर उत्तर
तालिका पढ़कर सुनाता और केंद्र में बैठा परीक्षार्थी इसमें उत्तर पुस्तिका
में उतार देता। हालांकि आरोपियों की यह साजिश नाकाम कर दी गई।