Saturday, February 25, 2017

दो भाइयों ने लग्न टीका पर लौटाए आठ लाख रुपए दो बाइक, ससुराल पक्ष से कहा-आपकी बेटी ही हमारे लिए सबसे कीमती दहेज

राजस्थान में धौलपुर जिले के बाड़ी के हांसई गांव में मीणा समाज के दो भाइयों ने गुरुवार शाम को लग्न टीका पर दहेज में आए आठ लाख रुपए और दो बाइक लेने से इनकार दिया। दोनों भाइयों का दहेज में आए रुपए और
बाइक को वापस करने के फैसले को सुन एक बारगी तो समाज के लोग दंग रह गए। लेकिन बाद में दोनों की सराहनीय पहल का समाज के लोगों ने स्वागत कर उनकी प्रशंसा की। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। दोनों भाई विजय सिंह मीणा और बिजेंद्र सिंह मीणा पुत्र रामदास मीणा रेलवे में कार्यरत हैं। युवकों ने लग्न टीका के दौरान ससुराल पक्ष के लोगों से कहा कि आपकी बेटी ही हमारे लिए सबसे कीमती दहेज है। दहेज लेना सामाजिक बुराई है। युवकों ने कहा कि वे संत राम पाल महाराज के अनुयायी है। जिन्होंने शिक्षा दी है कि ही किसी से दहेज लो और ही किसी को दहेज दो। दोनों युवकों के दहेज वापस करने पर लड़की का पिता भी दामादों के फैसले से काफी खुश हुआ।
ग्रामीणों के अनुसार, बेटियों के पिता ने जब 8 लाख रुपए लेकर आए तो लग्न टीका के दौरान दोनों सगे भाइयों ने रुपए हाथ पर रखवाकर पूजा पाठ कराया। इसके बाद वे खड़े हो गए और पूरा रुपया लड़की के पिता को वापस दे दिया। साथ ही दोनों बाइकें भी लेने से इनकार कर दिया। 
दोनों लड़कियां भी हैं सगी बहनें: गांव हांसई के विजय और बिजेंद्र की शादी 27 फरवरी को मुरैना के बामौर गांव में होनी है। दोनों सगे भाइयों की शादी जिन लड़कियों से हो रही है, वे भी एक ही पिता की दोनों बेटियां हैं। मुरैना के बामौर निवासी लड़कियों के पिता भी रेलवे में ही कार्यरत हैं।
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साभार: भास्कर समाचार 
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