यदि ग्रामीण स्कूल से यदि 10वीं-12वीं कक्षा पास की तो साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग की ओर से दी जाने वाली छात्रवृति में 5% का वेटेज मिलेगा। विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी अशोक खेमका ने बताया कि ग्रामीण स्कूल के
बच्चों को भी छात्रवृति का लाभ देने के लिए बदलाव किया है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। साइंस विषयों में पढ़ाई को प्रोत्साहित करने के लिए साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग की ओर से 2009 में प्रमोशन ऑफ साइंस एजुकेशन स्कॉलरशिप स्कीम शुरू कर रखी है। बच्चे 12वीं कक्षा के बाद भी साइंस में हायर स्टडी कर सके। योजना का लाभ देने के लिए 5 फीसदी अंकों का वेटेज दिया है। स्कॉलरशिप बीएसई और एमएससी की पढ़ाई के लिए दी जाती है। इस साल स्कॉलरशिप के लिए 2,282 आवेदन आए, इसमें से 202 का चयन होगा। शहरी स्कूलों और ग्रामीण क्षेत्र से 12वीं कक्षा में न्यूनतम 85 फीसदी अंक हासिल करने वाले स्टूडेंट्स को पात्र माना जाता था। अब ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल से 12वीं पास करने वाले स्टूडेंट्स को 80 फीसदी अंक मिलने पर यह स्कॉलरशिप मिल जाएगी। इसमें 4,000 रुपए प्रतिमाह है और एमएससी के छात्रों के लिए यह 6,000 रुपए प्रति माह स्कॉलरशिप दी जाती है।
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साभार: भास्कर समाचार
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