हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड कर्मचारी संगठन ने बोर्ड प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो वे 7 मार्च से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षाओं का बहिष्कार करेंगे। मंगलवार को संगठन की बैठक में यह
फैसला लिया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए यूनियन नेता ऋषिराम शर्मा ने कहा कि बोर्ड प्रशासन उन्हें मजबूरन आंदोलन की डगर पर धकेल रहा है। उन्होंने कहा कि अब तक प्रशासन ने 15 फरवरी को हुए समझौते को लागू नहीं किया है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। बोर्ड सचिव अध्यक्ष ने 15 फरवरी की वार्ता के बाद आश्वासन दिया था कि 19 फरवरी तक सभी सभी मांगों को लागू कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं आंदोलन के दौरान जिन कर्मचारियों को सस्पेंड किया था उन्हें बहाल कर दिया जाएगा। इसके बावजूद मांगाें को पूरा नहीं किया गया है। इस पर बैठक में सभी ने एकजुट से बुधवार से बोर्ड में पुन: आंदोलन शुरू करने का फैसला लिया। लिए फैसले के अनुसार संगठन सदस्य बुधवार से सुबह, दोपहर शाम को गेट मीटिंग कर बोर्ड प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू करेंगे। उधर, सर्व कर्मचारी संघ ने अलग से बैठक कर बोर्ड कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन किया। सकसं के प्रदेशाध्यक्ष धर्मवीर फौगाट ने घोषणा की कि यदि इस आंदोलन को पूरे हरियाणा का आंदोलन बनाना पड़ा तो वो बना दिया जाएगा, जिसके लिए बोर्ड के चेयरमैन जिम्मेदार होंगे और संगठन ने जो भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाए हैं, उनकी जांच की मांग मुख्यमंत्री से की जाएगी।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.