सोनीपत शहर के इंडियन मॉडर्न स्कूल से एचटेट परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में आरोपी सरकारी कर्मियों पर निलंबन की गाज गिरनी शुरू हो गई है। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन के निर्देश पर नगर परिषद गोहाना के सचिव पवित्र गुलिया को निलंबित कर दिया गया है। लगातार ड्यूटी
से अनुपस्थित रहने के कारण प्रशासनिक रिपोर्ट के आधार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। एचटेट लेवल-3 की परीक्षा 14 नवंबर को हुई थी। जींद में पेपर की आंसर-की मिलने के बाद परीक्षा को रद कर दिया गया था। मामले की जांच में सोनीपत के इंडियन मॉडर्न स्कूल के अध्यापक व केंद्र अधीक्षक गांव ठरू निवासी राजेंद्र रंधावा की संलिप्तता उजागर हुई थी। रंधावा ने पुलिस की पूछताछ में खुलासा किया था कि नप सचिव पवित्र गुलिया और तिहाड़ बागडू स्कूल के प्राध्यापक राजीव दहिया पेपर लीक में शामिल थे। दोनों ट्रेजरी से पेपर लेकर स्कूल पहुंचे थे। पवित्र गुलिया उपायुक्त का प्रतिनिधि था और राजीव दहिया जिला शिक्षा अधिकारी का प्रतिनिधि था। उन्होंने ही मिलीभगत से अपनी ड्यूटी ट्रेजरी में लगवाई थी। पवित्र गुलिया की भूमिका संदिग्ध मिलने के बाद इसकी भनक लगते ही वह चिकित्सा अवकाश पर चला गया था। चिकित्सा अवकाश समाप्त होने के बाद उनकी पत्नी द्वारा उपायुक्त से उनके अर्जित अवकाश के लिए आवेदन किया गया, लेकिन इसी दौरान उसके अधिवक्ता द्वारा जींद अदालत में लगाई गई अग्रिम जमानत याचिका रद कर दी गई थी। इस बीच जांच में सहयोग नहीं करने और चिकित्सा अवकाश समाप्त होने के बाद भी ड्यूटी पर नहीं पहुंचने के बाद एसडीएम गोहाना द्वारा उपायुक्त को नगर परिषद के कामकाज प्रभावित होने की रिपोर्ट सौंपी गई।
से अनुपस्थित रहने के कारण प्रशासनिक रिपोर्ट के आधार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। एचटेट लेवल-3 की परीक्षा 14 नवंबर को हुई थी। जींद में पेपर की आंसर-की मिलने के बाद परीक्षा को रद कर दिया गया था। मामले की जांच में सोनीपत के इंडियन मॉडर्न स्कूल के अध्यापक व केंद्र अधीक्षक गांव ठरू निवासी राजेंद्र रंधावा की संलिप्तता उजागर हुई थी। रंधावा ने पुलिस की पूछताछ में खुलासा किया था कि नप सचिव पवित्र गुलिया और तिहाड़ बागडू स्कूल के प्राध्यापक राजीव दहिया पेपर लीक में शामिल थे। दोनों ट्रेजरी से पेपर लेकर स्कूल पहुंचे थे। पवित्र गुलिया उपायुक्त का प्रतिनिधि था और राजीव दहिया जिला शिक्षा अधिकारी का प्रतिनिधि था। उन्होंने ही मिलीभगत से अपनी ड्यूटी ट्रेजरी में लगवाई थी। पवित्र गुलिया की भूमिका संदिग्ध मिलने के बाद इसकी भनक लगते ही वह चिकित्सा अवकाश पर चला गया था। चिकित्सा अवकाश समाप्त होने के बाद उनकी पत्नी द्वारा उपायुक्त से उनके अर्जित अवकाश के लिए आवेदन किया गया, लेकिन इसी दौरान उसके अधिवक्ता द्वारा जींद अदालत में लगाई गई अग्रिम जमानत याचिका रद कर दी गई थी। इस बीच जांच में सहयोग नहीं करने और चिकित्सा अवकाश समाप्त होने के बाद भी ड्यूटी पर नहीं पहुंचने के बाद एसडीएम गोहाना द्वारा उपायुक्त को नगर परिषद के कामकाज प्रभावित होने की रिपोर्ट सौंपी गई।
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साभार: जागरण समाचार
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