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भारत के अनेक प्रांतो में अरबी या घुईयां की खेती इसके कंद के लिए
की जाती है। अरबी भारतीय किचन की एक प्रचलित सब्जी भी है। अरबी का
वानस्पतिक नाम कोलोकेसिया एस्कुलेंटा है। अरबी के पत्तों से बनी सब्जी बहुत
स्वादिष्ट होती है। इसकी पत्तियों में प्रमुख तौर पर विटामिन A, B, C के
अलावा कैल्शियम और पोटेशियम पाया जाता है। इसके कंदों में प्रोटीन,
स्टार्च, विटामिन A, B, C और E के अलावा पोटैशियम, मैंग्नीज, फोस्फोरस और
मैग्नीशियम पाया जाता है। आदिवासियों के अनुसार अरबी का कभी भी कच्चा सेवन
नहीं करना चाहिए। इसकी पत्तियों और कंदो को भलिभांति उबालकर ही उपयोग में
लाना चाहिए। आदिवासी भी इस पौधे की पत्तियों और कंदों को तमाम रोगों के
इलाज के लिए हर्बल नुस्खों के तौर पर अपनाते हैं। चलिए आज जानते हैं अरबी
से जुड़े आदिवासी हर्बल नुस्खों के बारे में: - गैस की समस्या: अरबी के पत्ते डंठल के साथ लिए जाएं और पानी में उबालकर पानी को छान लिया जाए। फिर इस पानी में उचित मात्रा में घी मिलाकर 3 दिनों तक दिन में दो बार दिया जाए, तो लंबे समय से चली आ रही गैस की समस्या में फायदा होता है।
- लंबे समय से चली आ रही खांसी: उबली हुई अरबी को खाने से पुराने समय से चली आ रही खांसी में भी बेहद आराम मिलता है। कई इलाकों में आदिवासी इसे शहद में मिलाकर लेने की सलाह देते हैं।
- कीड़े-मकोड़े के काटने पर: अगर किसी कीड़े-मकोड़े के काटने से कोई हिस्सा कट गया है, तो कटे हुए हिस्से पर अरबी को छीलकर रगड़ने से राहत मिलती है। किसी तरह का जहर हो तो वो भी असर नहीं कर पाता है।
- जोड़ दर्द में: इसके पत्तों में बेसन लगाकर भजिये तैयार किए जाते हैं और माना जाता है कि ये भजिये वात रोग और जोड़ दर्द से परेशान रोगियों के लिए उत्तम होते हैं। आर्थरायटिस रोग से त्रस्त व्यक्ति को ये भजिये जरूर खाने चाहिए।
- पुरुषों में शक्ति के लिए: अरबी का कंद शक्ति और वीर्यवर्धक होता है, वहीं इसकी पत्तियां शरीर को मजबूत बनाती हैं। अरबी के कंदों और पत्तियों की साग बलबर्धक होती है। अच्छी तरह से उबले कंदों में नमक मिलाकर खाया जाए, तो वीर्य पुष्ठी होती है, ऐसा दावा आदिवासी करते हैं।
- प्रसव के बाद: प्रसव के बाद माताओं में दूध की मात्रा कम बनती हो, तो अरबी की पत्तियों का साग या कंदो की सब्जी प्रतिदिन देने से अतिशीघ्र फायदा होता है।
- हृदय मजबूत होता है: आदिवासी हर्बल जानकारों की मानी जाए, तो अरबी के कंदों की सब्जी का सेवन प्रतिदिन करने से हृदय भी मजबूत होता है। प्रतिदिन अरबी की सब्जी का सेवन उच्च-रक्तचाप में भी काफी उपयोगी है।
- फोड़ों और फुन्सियों के लिए: अरबी की पत्तियों की डंठल को तोड़कर जलाया जाए और इसकी राख को नारियल के तेल के साथ मिलाकर फोड़ों और फुन्सियों पर लेपित किया जाए, तो काफी फायदा होता है।
- बालों का झड़ना रोकने के लिए: अरबी के कंदों के रस की कुछ मात्रा प्रतिदिन बालों में नियमित तौर से लगाने और सिर इससे मालिश करने से बालों का गिरना रुक जाता है और नए बाल भी उगने लगते हैं।
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साभार: भास्कर समाचार
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