किसी भी ऑफिस या संस्थान में टेक्नोलॉजी काम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुकी है। वर्तमान में हर व्यक्ति को टेक्नोलॉजी के साथ कंफर्टेबल होना चाहिए। अब यह सिर्फ आपके पसंद या फिर चुनाव का मामला
नहीं रह गया है। यदि आप टेक्नोलॉजी के साथ कंफर्टेबल नहीं हैं तो संस्थान द्वारा दिए गए टास्क को पूरा करने में जरूरत से ज्यादा समय लेंगे। ऐसे में एक संसाधन के रूप में आप अपनी अहमियत कम कर रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि आम लोग जितने समय में किसी काम को पूरा करते हैं, सफल लोग उसी काम को उससे एक तिहाई कम समय पूरा करते हैं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। किसी भी मॉडर्न बिज़नेस के संचालन में टेक्नोलॉजी की अहम भूमिका रहती है। कुछ टेक्नोलॉजिकल टूल्स ऑफिस में आपके परफॉर्मेंस को और ज्यादा बेहतर बना सकते हैं:
एक्सेलऔर पावरपॉइंट: एक्सेल और पावरपॉइंट दो ऐसे टूल हैं, जिनका किसी भी ऑफिस में सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता है। एक्सेल का उपयोग डेटा मैनेजमेंट, एनालिसिस और स्ट्रैट्जिक डिसीजन मेकिंग में होता है। ऐसे में यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आप एक्सेल के फीचर के साथ कंफर्टेबल हैं जैसे पिवट टेबल और फॉर्मूला। पावरपॉइंट ज्यादा क्रिएटिव टूल होता है। इसके लिए आपको स्लाइट मास्टर, रैप टेक्स्ट और फॉर्मेट पेंटर जैसे टूल्स की जानकारी जरूरी है, जिससे आप पावरपॉइन्ट प्रेजेंटेशन बनाने के दौरान अपना समय बचा सकें।
कोलैबोरेटिव वर्क टूल्स: कैलेंडर जैसे एप के माध्यम से आप अपने साथ काम करने वाले कर्मियों की गतिविधियों के रोजाना शेड्यूल को आसानी से देख सकते हैं और अपने काम के बारे में भी बता सकते हैं। सुविधाजनक समय को देखते हुए मीटिंग आयोजित कर सकते हैं। इसके लिए गूगल शीट्स का उपयोग कर टीम को मैनेज करना, डेटा एनालिसिस जैसा काम किया जा सकता है। ई-मेल और स्काइप जैसे एप का इस्तेमाल कर व्यक्ति से तुरंत कम्युनिकेट कर सकते हैं जो व्यक्तिगत मीटिंग में संभव नहीं है। ये आपका समय और ऊर्जा बचाने में मदद करेगा। ऐसे भी टूल हैं जिनके माध्यम से आप अपनी टीम को ट्रेनिंग और कस्टमर से इंटरैक्ट कर सकते हैं।
रिसर्च और मार्केटिंग टूल्स: ई-इनविटेशन और ई-मेलर जैसे टूल का उपयोग सर्वे डिजाइन के लिए किया जाता है। इनके इस्तेमाल से समय और पैसा दोनों की बचत की जा सकती है। पेपरलेस पोस्ट ऑनलाइन इनविटेशन और कार्ड डिजाइन करने तो वहीं मेलचिंप के माध्यम से ई-मेल तैयार कर सकते हैं। सर्वे के लिए घर-घर जाने के बजाय मंकी सर्वे का उपयोग कर आसानी से सर्वे और उसका एनालिसिस किया जा सकता है। इसके साथ ही यह रेकॉर्ड को मेंटेन करने में भी मदद करता है।
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साभार: भास्कर समाचार
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