Monday, April 17, 2017

माइनिंग इंजीनियरिंग: बदलती तकनीक से नए स्किल वाले प्रोफेशनल की बढ़ी मांग

माइनिंग या खनन नॉन मेटेलिक, विभिन्न प्रकार के अयस्कों, ठोस खनिज और कोयला या न्यूक्लिअर मटीरियल जैसे ऊर्जा के स्रोतों को पृथ्वी से खोदकर निकालने की प्रक्रिया है। माइनिंग इंजीनियरिंग,
इंजीनियरिंग की एक ब्रांच है, जिसमें बहुमूल्य और उपयोगी मिनरल्स को पृथ्वी से निकालने के तरीके और उसके उपयोग की प्रक्रिया का अध्ययन किया जाता है। इसमें माइनिंग के सभी चरण जैसे कि अन्वेषण, खोज, संभाव्यता की जांच, डेवलपमेंट, प्रोडक्शन और प्रोसेसिंग सब कुछ शामिल है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। एक अनुमान के अनुसार देश की माइनिंग इंडस्ट्री में करीब 7 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है। आम जीवन में उपयोग होने वाली करीब 70 फीसदी वस्तुएं हम तक खनन के बाद ही पहुंचाई जाती हैं। 
माइनिंग टेक्नोलॉजी के बदलने और उत्पादकता के लिए मशीनों का प्रयोग बढ़ने से नए स्किल वाले प्रोफेशनल की मांग भी बढ़ी है। ऐसे में यह युवाओं के लिए रोजगार का बेहतर जरिया बन सकता है। माइनिंग इंजीनियर खनिज के प्राकृतिक भंडार को जियोलॉजिस्ट की मदद से ढंूढना, सुरक्षित निकालना और संबंधित समस्याओं को सुलझाने का काम करते हैं। हालांकि जिम्मेदारियां अलग-अलग हो सकती हैं। कुछ माइनिंग इंजीनियर जियोलॉजिस्ट और मेटलर्जिक इंजीनियर के साथ मिलकर नए अयस्क भंडारों को खाेजने का काम करते हैं। कुछ माइनिंग इंजीनियर माइनिंग में कंस्ट्रक्शन, डिजाइन और अंडरग्राउंड माइंस सुरंगों को सुपरवाइज करने का काम करते हैं। 
देश के साथ विदेशों में भी मौके: माइनिंग इंजीनियर के लिए इस क्षेत्र में विदेशों में भी जॉब के बेहतर अवसर मौजूद हैं। ये प्रोफेशनल पेट्रोलियम माइनिंग, कोल माइनिंग या अन्य माइनिंग कंपनियों, माइनिंग फाइनेंस हाउसेस, रिसर्च ऑर्गनाइजेशन, मिनरल प्रोडक्शन फर्म और इसी तरह की अन्य संस्थाओं में भी काम कर सकते हैं। 
एलिजिबिलिटी: सांइस स्ट्रीम से 12वीं करने वाले छात्र माइनिंग इंजीनियरिंग के बैचलर डिग्री कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय जरूरी हैं। 12वीं के बाद छात्र जेईई मेन के माध्यम से देशभर के विभिन्न संस्थानों में माइनिंग इंजीनियरिंग के बीई या बीटेक कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। कुछ संस्थान खुद का एंट्रेंस टेस्ट भी आयोजित करते हैं। इसके अलावा छात्र माइनिंग इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्स में भी प्रवेश ले सकते हैं। माइनिंग इंजीनियरिंग के एमटेक कोर्स में प्रवेश के लिए संबंधित स्ट्रीम में बीई या बीटेक और गेट का वैलिड स्कोर जरूरी होता है। 
कमाई: फ्रेशर को 20 से 25 हजार रुपए मासिक पैकेज मिलने की संभावना होती है। हालांकि संस्थान और अनुभव के अाधार पर सैलरी पैकेज अलग-अलग हो सकता है। कुछ वर्ष के अनुभव के बाद सालाना पैकेज 6 से 7 लाख रुपए होने की संभावना होती है। 
प्रमुखसंस्थान:

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साभार: भास्कर समाचार 
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