Saturday, April 8, 2017

क्यों न गौरक्षा की आड़ में हिंसा करने वाले दलों पर पाबंदी लगा दें? - सुप्रीम कोर्ट

गौरक्षक दलों की हिंसक वारदातों पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने छह राज्यों को नोटिस जारी किया। राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, झारखंड, उत्तरप्रदेश और कर्नाटक से कोर्ट ने पूछा है, 'क्यों न गौरक्षा के नाम पर हिंसा करने
वाले इन दलों पर पाबंदी लगा दें।' इनमें से पांच राज्य भाजपा शासित हैं, जबकि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली बेंच ने सभी राज्यों से तीन हफ्ते में जवाब मांगा है। 
तीन हफ्ते में देना होगा जवाब, अगली सुनवाई तीन मई को होगी: अगली सुनवाई 3 मई को होगी। इस मामले में कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला और दो अन्य लोगों ने याचिका दायर कर रखी हैं। शुक्रवार को याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट को बताया कि राजस्थान के अलवर में गौरक्षकों ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी। उन्होंने दावा किया कि इन राज्यों में जमीनी हालात बेहद खराब हो चुके हैं। 
अलवर जिले के बहरोड़ कस्बे में हुई गोतस्कर पहलू खां की मौत के कारण को लेकर फिर संशय पैदा हो गया है। मामले में राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी है। इसमें पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस के हवाले से बताया गया है कि पहलू की मौत की वजह पेट में लगी चोटों के बाद सदमे से हुई है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि हमले के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और छह फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
गोवंश तस्करी के आरोप में पुलिस ने छह मामले भी दर्ज किए हैं। इनमें पहलू खां के तीन बेटे भी हैं। सभी हरियाणा में नूंह मेवात के रहने वाले हैं। प्रकरण में उच्च स्तरीय जांच की जा रही है। इससे एक दिन पहले गुरुवार को मेडिकल बोर्ड की ओर से सौंपी गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया था कि पहलू की छाती की सभी 12 पसलियां टूटी हुई थीं और पेट फेंफड़ों में खून जमा हुआ था। हालांकि, इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि इन कारणों से हार्ट अटैक भी हो सकता है। 
भास्करके पास पोस्टमार्टम रिपोर्ट की कॉपी भी है। दो दिन पहले रामगढ़ से भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने भी गोस्तकर पहलू की मौत भय या दहशत में हार्ट अटैक या ब्रेन हेमरेज से होने की बात कही थी। गौरतलब है कि एक अप्रैल को शाम करीब साढ़े 6 बजे बहरोड़ में नेशनल हाईवे नंबर 8 पर कथित गोरक्षकों की भीड़ ने पांच लोगों से मारपीट की थी। 
इधर,सदन में कांग्रेस ने नकवी को घेरा, कहा- माफी मांगे: अलवर में गोरक्षकों की पिटाई से एक व्यक्ति की मौत की घटना को नकारने वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी शुक्रवार को राज्यसभा में घिर गए। कांग्रेस ने उनसे माफी की मांग की। नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नकवी ने ऐसी घटना होने से इनकार किया था। जबकि लोकसभा में गृहमंत्री ने माना कि यह घटना हुई है। नकवी ने कहा कि कांग्रेस ने कल गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश और राजस्थान में गोरक्षकों से जुड़ा मुद्दा उठाया था। गुजरात, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। अलवर की घटना पर सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। इस पर कांग्रेस सांसद सदन के बीचोंबीच आकर नारे लगाने लगे। छह-सात मिनट तक नारेबाजी के बाद उपसभापति पीजे कुरियन ने कहा कि वह कार्यवाही स्थगित नहीं करेंगे। कांग्रेस सदस्य गैर-जिम्मेदाराना काम कर रहे हैं। 
इस पर केंद्र सरकार की ओर से पेश सॉलिसीटर जनरल रंजीत कुमार ने कहा कि इन राज्यों को अभी औपचारिक नोटिस जारी नहीं हुआ है। इसके बद कोर्ट ने इन्हें नोटिस जारी कर दिया। याचिकाकर्ताओं की मांग है कि सुप्रीम कोर्ट सलवा जुडूम की तर्ज पर ही गौरक्षक दलों पर भी पाबंदी लगाए। इनकी दलील है कि खुद प्रधानमंत्री भी ज्यादातर गोरक्षकों के आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की बात मान चुके हैं।
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साभार: भास्कर समाचार 
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