साभार: जागरण समाचार
अभय चौटाला 5 को करेंगे बड़ी जनसभा: अभय चौटाला नया दांव खेलने की तैयारी में हैं। 5 नवंबर को वह कोई
बड़ी जनसभा कर सकते हैं। यह जनसभा कहां होगी और इसका एजेंडा क्या होगा, इसे अभी गोपनीय रखा जा रहा है। उस दिन वह कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं।- सभी फैसले ओमप्रकाश चौटाला के: दुष्यंत और दिग्विजय को पार्टी से निकालने का फैसला इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला का है। संसदीय दल के नेता को हटाने व पार्टी से निकालने का फैसला हम लेने में सक्षम ही नहीं हैं, क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष को यह अधिकार नहीं होता। मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना है कि परिवार में ऐसा नहीं होना चाहिए था। मिल बैठकर मसले हल हो जाते हैं। रही दूसरे दलों को फायदा पहुंचने की बात तो इसमें कोई दम नहीं है, क्योंकि दूसरे दल पहले ही आपसी कलह से जूझ रहे हैं। - अशोक अरोड़ा, इनेलो प्रदेश अध्यक्ष
- कुछ लोगों ने पार्टी में घुसकर हमारे बच्चों को गुमराह किया: कुछ लोग पार्टी में घुसकर हमारे बच्चों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। मेरा काम संगठन का नहीं बल्कि जनता की आवास उठाने का है। जो भी फैसला लिया है, वह राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला ने लिया है। पार्टी में किसको पद देना है और किससे वापस लेना है, यह उनका काम है। पार्टी ने इसके लिए मुङो अधिकृत कर रखा है। मैं सदन के बाहर और भीतर लोगों की उठाता हूं। संगठन का काम राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला व प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा देखते हैं। - अभय चौटाला, नेता प्रतिपक्ष
- पिता से चर्चा के बाद तय करेंगे हमें क्या करना है: मैंने अपने सभी साथियों से संयम बरतने को कहा है। वे ऐसा कोई काम नहीं करेंगे, जिससे पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला की छवि को नुकसान पहुंचे। वह हमारे आदरणीय हैं। मैंने अपने ऊपर लगे आरोपों के साक्ष्य मांगे, मगर मुङो कोई साक्ष्य नहीं मुहैया कराया गया। हालांकि मैंने व्यक्तिगत रूप से चौटाला साहब से मिलकर अपनी बात कह दी थी, फिर भी मेरे खिलाफ कार्रवाई हुई है। इस बारे में 5 नवंबर को पिता अजय सिंह चौटाला से चर्चा की जाएगी। फिर कोई फैसला होगा। - दुष्यंत चौटाला, सांसद