Sunday, November 4, 2018

INLD का विधायक दल भी हो सकता है दो-फाड़

साभार: जागरण समाचार 
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) में हिसार के सांसद दुष्यंत चौटाला और उनके छोटे भाई दिग्विजय चौटाला को निकाले जाने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। पार्टी पदाधिकारियों और
कार्यकर्ताओं की इस बगावत का असर इनेलो विधायक दल पर भी दिखने लगा है। इनेलो व उसकी समर्थित पार्टी अकालीदल शिरोमणि के राज्य विधानसभा में कुल 19 विधायक जीते थे। इनमें से जींद के विधायक हरीचंद मिड्ढा का निधन हो गया तथा एनआइटी फरीदाबाद से जीते विधायक नगेंद्र भड़ाना सरकार बनने के साथ ही प्रदेश की भाजपा सरकार को समर्थन दे रहे हैं। फिलहाल इनेलो से उनका कोई राजनीतिक लेना-देना नहीं है। इनेलो के मौजूदा 17 में से तीन विधायक डबवाली से नैना चौटाला, उकलाना से अनूप धानक और दादरी से राजदीप फौगाट का खुला समर्थन सांसद दुष्यंत चौटाला को है। ऐसे में यदि ये तीनों विधायक नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला को अपना नेता मानने से इन्कार करने का ्रपत्र विधानसभा अध्यक्ष को दे देते हैं तो अभय से विपक्ष के नेता की कुर्सी भी छिन सकती है। वजह यह कि प्रदेश में कांग्रेस के 17 विधायक हैं और इनेलो विधायक दल के दो फाड़ होने पर कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष के पद पर अपना अधिकार जताएगी।