Sunday, August 20, 2017

मोदी-हुड्डा की मुलाकात पर बोले इनेलो सुप्रीमो, जेल जाने के डर से भाजपा की शरण में जा रहे हुड्डा

संसदके सेंट्रल हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा की मुलाकात ने प्रदेश का सियासी पारा गरम कर दिया है। हर सियासी दल अलग-अलग राजनीतिक मायने निकाल रहा है। वहीं,
कांग्रेस विधायक जयतीर्थ दहिया के बयान ने सियासी पारा और चढ़ा दिया है। जयतीर्थ दहिया ने कहा था कि यदि कांग्रेस आलाकमान ने जल्द प्रदेश संगठन में बदलाव नहीं किया तो मोदी और हुड्डा की मुलाकात के कई मायने निकलेंगे। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। इसे लेकर प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने नाराजगी जाहिर करते हुए विधायक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के संकेत दिए हैं। वहीं, विपक्षी पार्टी इनेलो ने हुड्‌डा पर निशाना साधा है। विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय चौटाला ने झज्जर के बेरी में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि हुड्‌डा अपने ऊपर दर्ज मुकदमों से डर गए हैं, इसी लिए भाजपा की शरण में जा रहे हैं। वह कभी सीएम से मिल रहे हैं तो कभी पीएम से। वहीं, हुड्‌डा ने मोदी से मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया है। इनेलो के आरोप पर उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने किसी मामले को लेकर कभी सीएम मनोहर लाल से मुलाकात नहीं की। बल्कि पिछले दिनों एसवाईएल नहर के मुद्दे पर बात करने के लिए खुद सीएम मनोहर लाल ने उन्हें बुलाया था। तब वे मिलकर आए थे। 
अब पता चला कि कांग्रेस ही बीजेपी की बी टीम है - अभय: पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा अपने ऊपर दर्ज मुकदमों से घबरा गए हैं और जेल जाने के डर से वह भाजपा की शरण में जाएंगे। यह बात विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय चौटाला ने बेरी में कही। वह यहां चौधरी देवीलाल के जन्मदिवस पर आयोजित होने जा रहे सम्मान दिवस समारोह का न्यौता देने आए थे। बहराना और गोछी गांव में अभय ने कहा कि मैं पहले ही ये बात कह चुका हूं कि हुड्डा अपना अलग राजनीतिक दल बनाएंगे, लेकिन मौजूदा हालात कहते हैं कि ये भाजपा में जाएंगे। पत्रकारों से बातचीत करते हुए चौटाला ने कहा कि बीजेपी की बी टीम कौन है आज ये खुलकर सामने गया है। 
राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन कर इनेलो बनी थी भाजपा की बी पार्टी - हुड्‌डा: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शनिवार को स्पष्ट किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद के सेंट्रल हॉल में मुलाकात के कोई राजनीतिक मायने नहीं हैं और ही इसका कोई राजनीतिक अर्थ निकाला जाना चाहिए। यह पूरी तरह केवल शिष्टाचार भेंट थी। विधायक जयतीर्थदहिया के बयान पर उन्होंने कहा कि यह उनकी अपनी निजी राय हो सकती है। उससे उनका कोई सरोकार नहीं है। दहिया खुद एक राजनीतिक परिवार से हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में हुड्डा ने कहा कि इनेलो तो मुख्य विपक्षी दल के बजाय भाजपा का मुख्य सहयोगी दल बना हुआ है। हाल ही हुए राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने किसे वोट दिया था, यह सबको पता है। प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर द्वारा दहिया के बयान को घोर अनुशासनहीनता बताए जाने संबंधी सवाल के जवाब में हुड्डा ने कहा कि इस बारे में तो विधायक दहिया ही स्पष्टीकरण दे सकते हैं। 
भाजपा और इनेलो के कई विधायक हमारे संपर्क में - तंवर: प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने दावा किया कि भाजपा और इनेलो के कई विधायक कांग्रेस में आने को तैयार हैं। वे पिछले काफी दिनों से उनके संपर्क में हैं, लेकिन समय पर आने पर उनकी योग्यता और उपयोगिता के आधार पर उचित निर्णय लिया जाएगा। एक सवाल के जवाब में तंवर ने कहा कि जो लोग पिछले चुनाव में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए थे, उनकी वापसी भी हो सकती है। 
कांग्रेस विधायक जयतीर्थ पर हो सकती है अनुशासनात्मक कार्रवाई: मोदी और पूर्व सीएम हुड्डा की मुलाकात को लेकर कांग्रेस विधायक जयतीर्थ दहिया के बयान का मामला तूल पकड़ गया है। हरियाणा कांग्रेस ने उनके इस बयान को पार्टी हाईकमान को खुली चुनौती देने और घोर अनुशासनहीनता के तौर पर लिया है। इसके लिए पार्टी उन पर अनुशासन का डंडा भी चला सकती है। प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ने कहा है कि अगर यह बयान किसी कार्यकर्ता ने दिया होता तो वे खुद कार्रवाई कर सकते थे, लेकिन चूंकि दहिया पार्टी के विधायक हैं। विधायकों पर कार्रवाई करने की अलग प्रक्रिया है। इसलिए वे लिखित रूप में पूरा मामला पहले पार्टी हाईकमान के ध्यान में लाएंगे। तंवर ने कहा कि दहिया ने ऐसा बयान किसके इशारे पर दिया, इसकी भी जांच होनी चाहिए और उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। तंवर शनिवार को यहां चंडीगढ़ में मीडिया से बात कर रहे थे। तंवर ने कहा कि दहिया का बयान, एक तरह से पार्टी नेतृत्व को चुनौती देने वाला है। विधायक जयतीर्थ दहिया ने शुक्रवार को कहा था कि मोदी-हुड्डा की मुलाकात शिष्टाचार भेंट नहीं थी, इससे हरियाणा में नए समीकरण बनेंगे। 
कल आएंगे पार्टी के 4 वरिष्ठ नेता: संगठनात्मक चुनाव में सदस्यता सूची संबंधी विवाद की सुनवाई के लिए कांग्रेस के चार वरिष्ठ नेता 21 अगस्त को चंडीगढ़ आएंगे। पहले इनका 19 अगस्त को ही आने का कार्यक्रम था, लेकिन रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की जयंती कार्यक्रमों की वजह से इसमें थोड़ा बदलाव करना पड़ा है। 
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साभार: भास्कर समाचार 
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