हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई जातीय हिंसा में नेताओं के भाषण ने जलती आग में घी डालने का काम किया है। प्रकाश कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में न केवल भाजपा सांसद राजकुमार सैनी के बयानों पर कड़ी आपत्ति जाहिर की, बल्कि उनके नेतृत्व वाली ओबीसी ब्रिगेड की कार्य प्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं। यह
पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। प्रकाश कमेटी ने कहा कि सांसद के बयानों से जाट भड़के तथा ओबीसी ब्रिगेड की सक्रियता की वजह से एक बिरादरी बनाम 35 बिरादरी का नारा चला। पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह ने अपनी रिपोर्ट में सर्व जाट खाप पंचायत को राज्य की सभी पंचायतों की छतरी बताते हुए कहा कि नेताओं के भड़काऊ बयानों की वजह से माहौल बिगड़ गया, जिसे अफसर ठीक नहीं कर पाए। कमेटी ने रिपोर्ट में पूर्व विधायक रोशनलाल आर्य, राहुल जैन, सुरेंद्र शर्मा, मनोज दूहन, संदीप कलकल और सुदीप कलकल के बयानों का जिक्र करते हुए कई ऐसी टिप्पणियां की, जो दंगा नियंत्रण नहीं कर पाने वाले अधिकारियों के लिए नसीहत हैं। रिपोर्ट में सांसद दुष्यंत चौटाला के बयानों का भी जिक्र है, लेकिन प्रोफेसर वीरेंद्र की आडियो के बारे में स्पष्ट उल्लेख नजर नहीं आया।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: जागरण समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.