हरियाणा सरकार नित नए फरमान जारी करने को लेकर चर्चाओं में है। स्कूली पाठय़क्रम से राज्य के महापुरुषों की जीवनियां हटाने और उन्हें फिर से लागू करने के फरमानों के बाद सरकार ने अब सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के जींस पहनने पर रोक लगा दी है। शिक्षक विभागीय कामकाज के लिए जींस पहनकर शिक्षा निदेशालय भी
नहीं आ सकेंगे। मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक की ओर से सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को जींस पहनने पर रोक संबंधी निर्देश जारी कर दिए गए हैं। निदेशक की ओर से जारी परिपत्र के अनुसार प्रदेश के राजकीय प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक जींस की पैंट पहनकर स्कूलों में आते हैं। ये शिक्षक जब किसी काम से निदेशालय में आते हैं तब भी जींस की पैंट पहने होते हैं। निदेशक के अनुसार सरकार की सोच है कि शिक्षकों द्वारा डय़ूटी के समय जींस की पैंट डालना सही नहीं है। इसलिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि वे स्कूलों के मुखियाओं को इस बारे में सूचित करें। साथ ही यह सुनिश्चित करवाएं कि स्कूलों में शिक्षक जींस पहनकर न आएं। पत्र में शिक्षकों को जींस की बजाय फॉर्मल कपड़े पहनने की नसीहत दी गई है। हालांकि अभी स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां हैं और 26 जून से प्रदेश के सभी स्कूल खुलेंगे। ऐसे में स्कूलों के खुलते ही राज्य सरकार के यह आदेश लागू हो जाएंगे।
पिछले दो साल से 12 हजार शिक्षक सड़कों पर हैं। 50 फीसदी हेड टीचर्स के पद खाली पड़े हैं। स्कूलों में दो माह से किताबें नहीं आ रही। ड्रेस और स्टेशनरी का कुछ अता-पता नहीं। इन सारी दिक्कतों की जगह सरकार को शिक्षकों की जींस में कमी नजर आई। हम यह फरमान नहीं मानेंगे। - विनोद ठाकरान, प्रधान, राजकीय प्राइवेट स्कूल संघ हरियाणा
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नहीं आ सकेंगे। मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक की ओर से सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को जींस पहनने पर रोक संबंधी निर्देश जारी कर दिए गए हैं। निदेशक की ओर से जारी परिपत्र के अनुसार प्रदेश के राजकीय प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक जींस की पैंट पहनकर स्कूलों में आते हैं। ये शिक्षक जब किसी काम से निदेशालय में आते हैं तब भी जींस की पैंट पहने होते हैं। निदेशक के अनुसार सरकार की सोच है कि शिक्षकों द्वारा डय़ूटी के समय जींस की पैंट डालना सही नहीं है। इसलिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि वे स्कूलों के मुखियाओं को इस बारे में सूचित करें। साथ ही यह सुनिश्चित करवाएं कि स्कूलों में शिक्षक जींस पहनकर न आएं। पत्र में शिक्षकों को जींस की बजाय फॉर्मल कपड़े पहनने की नसीहत दी गई है। हालांकि अभी स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां हैं और 26 जून से प्रदेश के सभी स्कूल खुलेंगे। ऐसे में स्कूलों के खुलते ही राज्य सरकार के यह आदेश लागू हो जाएंगे।
पिछले दो साल से 12 हजार शिक्षक सड़कों पर हैं। 50 फीसदी हेड टीचर्स के पद खाली पड़े हैं। स्कूलों में दो माह से किताबें नहीं आ रही। ड्रेस और स्टेशनरी का कुछ अता-पता नहीं। इन सारी दिक्कतों की जगह सरकार को शिक्षकों की जींस में कमी नजर आई। हम यह फरमान नहीं मानेंगे। - विनोद ठाकरान, प्रधान, राजकीय प्राइवेट स्कूल संघ हरियाणा
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साभार: जागरण समाचार
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