साभार: जागरण समाचार
रोडवेज कर्मचारियों के समर्थन में बृहस्पतिवार को रामपाल के अनुयायी भी आ गए। अनुयायियों ने हुडा सिटी
पार्क में डेरा डाल दिया और सरकार को चेताया कि यदि कर्मचारियों की मांगों को जल्दी ही पूरा नहीं किया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। डीसी को ज्ञापन देने के लिए अनुयायियों ने लघु सचिवालय में आने की घोषणा कर दी, लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर डीसी खुद पार्क में पहुंचे और अनुयायियों से ज्ञापन लिया। इस दौरान हंगामे की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने सचिवालय की घेराबंदी कर दी।
पूर्व घोषणा के अनुसार, रामपाल के अनुयायी सुबह से ही हुडा सिटी पार्क में पहुंचने शुरू हो गए थे। दोपहर तक वहां पर बड़ी संख्या में अनुयायी पहुंच गए। अनुयायियों ने एकजुट होकर कहा कि सरकार ने प्रदेश का भाईचारा खत्म कर दिया है। आए दिन अपने हक के लिए कर्मचारियों को भी हड़ताल करनी पड़ रही है। रोडवेज कर्मचारियों के साथ वह भी हर समय कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। सरकार के साथ आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। अनुयायियों के पहुंचने का पता चलते ही पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। सिविल लाइन, सिटी और अर्बन एस्टेट समेत सीआइए की टीम भी मौके पर पहुंच गई और पार्क के चारों तरफ घेराबंदी कर दी। इसी दौरान अनुयायियों ने एलान कर दिया कि वह शहर में जुलूस निकालते हुए लघु सचिवालय पहुंचेंगे, जिसके बाद डीसी को ज्ञापन दिया जाएगा। अनुयायियों के इस एलान से पुलिस-प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई। दोपहर करीब एक बजे डीसी डा. यश गर्ग कड़ी सुरक्षा में पार्क में पहुंचे। डीसी ने आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचा दिया जाएगा, जिसके बाद अनुयायियों ने डीसी को ज्ञापन सौंपा। करीब दस मिनट रूकने के बाद डीसी वहां से वापस लौट गए और रामपाल के अनुयायी देर शाम तक वहीं पर डटे हुए थे।
लगातार अपडेट लेते रहे अफसर: रामपाल के अनुयायी जब तक पार्क में रहे तब तक पुलिस के हाथ-पैर फूले रहे। दरअसल, पुलिस को डर था कि यदि रामपाल के अनुयायी पार्क से निकलकर लघु सचिवालय में जाने लगे तो बीच रास्ते में असामाजिक तत्व माहौल बिगाड़ सकते हैं। इस वजह से लघु सचिवालय के बीच रास्तों में भी फोर्स को तैनात कर दिया गया था। पुलिसकर्मियों ने फोन पर आला अधिकारियों को पल-पल की रिपोर्ट दी।
कर्मचारियों के साथ धरने पर रहेंगे अनुयायी: रामपाल समर्थकों ने कहा कि जब तक रोडवेज कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक वह भी कर्मचारियों के साथ धरने पर रहेंगे। इसके लिए रोजाना अलग-अलग लोगों की ड्यूटी लगाई जाएगी। हालांकि वह पूरी तरह से शांति के साथ धरना देंगे, लेकिन यदि उनके साथ अभद्र बर्ताव हुआ या पुलिस ने जबरन धरने से उठाने की कोशिश की तो हर परिस्थिति से निपटा जाएगा।
पार्क में ही बांटा गया खाना: हुडा सिटी पार्क में अनुयायियों के लिए खाने का बंदोबस्त भी किया गया था। अनुयायी पहले से ही बोरों में खाने के पैकेट भरकर लाए थे। वहां पर सभी को खाने के पैकेट दिए गए। अनुयायियों ने पुलिसकर्मियों के अलावा पार्क में पहुंचने वाले अन्य लोगों को भी खाना बांटा।