साभार: जागरण समाचार
इनेलो के प्रदेश प्रधान डॉ. अशोक अरोड़ा ने अजय चौटाला द्वारा जींद में 17 नवंबर को बुलाई गई बैठक में कार्यकर्ताओं और नेताओं के शामिल होने पर रोक लगा दी। उन्होंने अजय चौटाला द्वारा बुलाई गई बैठक को
पार्टी संविधान के खिलाफ करार दिया। पत्र में कहा गया है कि इस तरह की बैठक इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष की स्वीकृति से ही बुलाई जा सकती है। ऐसे में इस तरह बैठक बुलाना वैध नहीं है। इस तरह प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाना अनुशासनहीनता है और इस पर कार्रवाई की जा सकती है।
दिग्विजय चौटाला ने अजय चौटाला का निष्कासन के पत्र पर उठाया सवाल, बताया फर्जी: उधर सिरसा में अजय सिंह चौटाला के पुत्र दिग्विजय सिंह चौटाला ने पूरे मामले को षड्यंत्र करार दिया। उन्होंने कहा कि अजय चौटाला के निष्कासन का पत्र पूरी तरह फर्जी है और यह पूरा मामला फ्राड है। इसका जवाब 17 नवंबर को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इनेलो में सारे फैसले कुछ लोग बंद कमरों में ले रहे हैं। दिग्विजय ने अजय चौटाला के निष्कासन के पत्र को फर्जी करार देते हुए कहा कि 12 नवंबर के बाद कोई व्यक्ति पार्टी सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला से नहीं मिला है तो फिर इस पत्र पर ओमप्रकाश चौटाला के इप हस्ताक्षर कैसे हो गए। दिग्विजय ने कहा कि पूरा षड्यंत्र आरएस चौधरी जैसे लोगों का है।