साभार: जागरण समाचार
अभय चौटाला ने कहा अजय सिंह जी ने राजस्थान की राजनीति की है और एक बार भिवानी लोकसभा से चुनाव लड़ा। उनसे ज्यादा मेरा हरियाणा को लेकर अनुभव है। कुछ लोग आज भी प्रयास में लगे हैं की पार्टी बर्बाद हो।
ऐसे लोगों को मेरा यही संदेश की आेमप्रकाश चौटाला को सर्वेसर्वा मानना है और हरियाणा में उनकी सरकार लानी है I
उन्होंने कहा कि हमने तीसरा चुनाव चौटाला साहब और अजय सिंह चौटाला की गैरमौजूदगी में लड़ा और कामयाबी हासिल की। कश्मीर से कन्याकुमारी तक दो रिजनल पार्टी ने चुनाव जीत हासिल की और इनमें से एक इनलो था। अभय चौटाला ने कहा कि मैंने बाई इलेक्शन में 98 प्रतिशत वोट हासिल किए I इस पार्टी को कोई कमजोर न कर सकता है और न कर सकेगा। हमारी पार्टी में कमजोर किस्म के लोग घुसपैठ करके आते हैं। 15 लोग नही बल्कि चार साल वाले लोग पार्टी के लिए दिमाग की तरह है।
पूरे विवाद में चौटाला परविार के करीबी पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की मध्यस्थता के बारे में पूछे जाने पर अभय चौटाला ने कहा कि मेरा बादल साहब से मिलने का कोई कार्यक्रम नही है। वैसे भी प्रकाश सिंह बादल आज वह मुक्तसर में हैं। वह चंडीगढ़ में ही नही हैं तो फिर मुलाकात कैसे हो सकती है।