साभार: जागरण समाचार
इनेलो नेता अजय चौटाला अपने बेटों दुष्यंत व दिग्विजय की जय के लिए सोमवार से राजनीतिक मैदान में
खुलकर सामने आएंगे। दीपावली तक दिल्ली में रुककर पुराने समर्थकों को जोड़ने के बाद वह प्रदेश व्यापी दौरा कर बेटों के समर्थन में भावनात्मक माहौल बनाएंगे। शिक्षक भर्ती घोटाले में अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के साथ दस वर्ष की सजा काट रहे अजय चौटाला ने पिछले पांच साल में सक्रिय राजनीति में हिस्सा नहीं लिया। वह पैरोल पर आने के बाद भी कार्यकर्ताओं से सिर्फ घर पर मिलते थे मगर इस बार दुष्यंत व दिग्विजय की टीम ने उनका पूरे प्रदेश में दौरा तय किया है। इस दौरान समर्थकों के बीच उनके भाषण की पटकथा भी लिखी जा चुकी है। अजय समर्थकों के बीच यह मुद्दा भी भावनात्मक तरीके से उठाएंगे कि उनके जेल में रहते हुए दोनों बेटों को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
दिल्ली ही रहेगी राजनीति का केंद्र: इनेलो में चल रही वर्चस्व की इस लड़ाई का केंद्र फिलहाल दिल्ली ही रहेगी। दुष्यंत और दिग्विजय 18 जनपथ से अपनी राजनीतिक गतिविधियां चलाएंगे तो अभय सिंह चौटाला 11 मीना बाग स्थित आवास से पार्टी की गतिविधियां चलाएंगे।
18 जनपथ पर पांच साल में पहली बार मनेगी दीपावली: अजय चौटाला के जेल जाने के बाद से दिल्ली और चौटाला गांव में दीपावली का पर्व सिर्फ पूजन तक सीमित था। मगर इस बार 18 जनपथ को बिजली की हरी लड़ियों से सजाया गया है। रविवार को भी यहां तैयारी चल रही थी। धनतेरस के दिन 14 दिन की पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद अजय सीधे 18 जनपथ आएंगे। यहां से वह अपने दादा ताऊ देवीलाल की राजघाट के नजदीक बनी समाधि संघर्ष स्थल पर जा सकते हैं। सूत्र यह भी कह रहे हैं कि देवीलाल की समाधि से ही अजय अपने पुत्रों की राजनीति के लिए पूरे प्रदेश में अपने समर्थकों को संदेश देंगे।
दूसरे दलों में जा चुके दोस्त नेताओं को देंगे घर वापसी का न्योता: अजय चौटाला अपने उन दोस्त नेताओं को भी घर वापसी का न्योता देंगे जो उनके जेल जाने के बाद पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में चले गए थे। पिछले पांच सालों में पार्टी में उपेक्षा के चलते अजय के कई समर्थक भाजपा और कांग्रेस में चले गए थे। अब उनके पास अजय के खासमखास नेताओं ने संदेश भिजवाया है कि वे घर वापसी कर लें। सूत्र बता रहे हैं कि दीपावली से पहले दो दिन तक दिल्ली में रहकर अजय चौटाला ऐसे एक दर्जन नेताओं से मुलाकात करेंगे और उन्हें दुष्यंत-दिग्विजय की पार्टी में शामिल कराएंगे। उनकी कोशिश होगी कि दुष्यंत-दिग्विजय को अपनी पुरानी टीम के मंङो हुए नेता सौंप दें। यह भाजपा व कांग्रेस को चुनावी साल में राजनीतिक झटका भी होगा। अजय के परिवार के शुभचिंतक कारों ने अब यह फैसला भी ले लिया है कि दुष्यंत-दिग्विजय या तो इनेलो के ही कर्ताधर्ता बनेंगे या फिर जननायक सेवा दल के माध्यम से राजनीति करेंगे। सूत्रों की मानें तो अजय के दस पुराने नेता एक सप्ताह में दुष्यंत-दिग्विजय खेमे में नजर आएंगे।
धनतेरस पर सोमवार से जेल से बाहर आ रहे इनेलो महासचिव अजय सिंह चौटाला के हरियाणा दौरे का रोडमैप तैयार कर लिया गया है। अपने सांसद बेटे दुष्यंत के लिए अजय चौटाला दो दिन दिल्ली में रहकर अपने खास समर्थकों के साथ रायशुमारी करेंगे। उसके बाद राज्य प्रदेश में कार्यकर्ताओं से रायशुमरी करते हुए चंडीगढ़ पहुंचेंगे। पूरे प्रदेश से अपने समर्थकों का फीडबैक हासिल करने के बाद ही अजय चौटाला कोई कदम उठाएंगे। लेकिन इतना तय है कि वापस जेल जाने से पहले अजय चौटाला अपने सांसद बेटे दुष्यंत और दिग्विजय के लिए जमीन तैयार कर देंगे। बाद में मोर्चा नैना सिंह चौटाला संभाल लेंगी।
तिहाड़ से बाहर आते ही अजय चौटाला दिल्ली में सबसे पहले चौधरी देवीलाल की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। उसके बाद 18 जनपथ आवास पर जाकर एनसीआर के अंतर्गत आते जिलों के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। यहां बैठकों का दौर मंगलवार तक चलेगा। इसके बाद दीपावली के अवसर पर अजय का पूरा परिवार सिरसा में एकत्र होगा, जहां दीपावली पूजन पर आगामी तैयार की जाएगी।
दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा को सेक्टरों में बांटकर अजय सिंह के कार्यक्रम तय किए हैं। अजय चौटाला सिरसा के अलावा दो दिन चंडीगढ़ में भी रुकेंगे। वहां यमुनानगर, पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र व करनाल के कार्यकर्ताओं से मुलाकात होगी। इसके बाद हिसार,भिवानी व जींद जिलों के कार्यकर्ताओं की राय ली जाएगी।’