Saturday, August 12, 2017

जेवलिन थ्रो के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बने देविंदर कांग

देविंदर सिंह कांग वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों के जेवलिन थ्रो इवेंट के फाइनल में पहुंच गए हैं। वे इस चैंपियनशिप के 34 साल के इतिहास में इस इवेंट के फाइनल के लिए क्वालिफाई करने वाले पहले
भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। वहीं, वर्ल्ड अंडर-20 एथलेटिक्स के गोल्ड मेडल विनर नीरज चाेपड़ा क्वालिफिकेशन राउंड में ही बाहर हो गए। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। 28 साल के देविंदर के तीन प्रयास 82.22 मीटर, 82.14 मीटर और 84.22 मीटर के रहे। इस तरह वे 84.22 मीटर के स्कोर के साथ ओवरऑल सातवें और ग्रुप बी में पांचवें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालिफाई करने में सफल रहे। कुल 13 थ्रोअर ने शनिवार को होने वाले फाइनल के लिए क्वालिफाई किया है। देविंदर को मई में नई दिल्ली में हुई इंडियन ग्रां प्री में चोट लग गई थी। इस बार भी क्वालिफायर में दाएं कंधे में स्ट्रैप बांधकर उतरे थे। 
देविंदर सिंह कांग साल भर पहले तक गुमनामी में खोए हुए थे। चाक शकूर, पंजाब के 28 साल के देविंदर को ऑस्ट्रेलियाई कोच गैरी कालवर्ट से विवाद के बाद नेशनल कैंप से निकाल दिया गया था। इसलिए नहीं कि वे कम मेहनत कर रहे थे। इसलिए क्योंकि वे कोच की बात मानकर कुछ ज्यादा ही मेहनत कर रहे थे। उनका मानना था कि उनकी उम्र ज्यादा है और उन्हें अधिक एक्सरसाइज की जरूरत है। देविंदर खुद भी जूनियर खिलाड़ियों को कोचिंग देते हैं और कैंप से निकाले जाने के बाद महंगी ट्रेनिंग का खर्च उठाने के लिए उन्होंने एक स्टूडेंट के पिता से दो लाख रुपए कर्ज भी लिए। 
पटियाला में मई में इंडिया ग्रां प्री का आयोजन हुआ। यह इवेंट वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालिफायर इवेंट था। इससे कुछ दिन पहले देविंदर का जूता फट गया था। जूता काफी महंगा था और भारत में मिल भी नहीं रहा था। उन्होंने इंग्लैंड में रहने वाले एक दोस्त से मदद मांगी। दोस्त ने जूता खरीद कर भेज भी दिया, लेकिन यह कस्टम में अटक गया। मजबूरन उन्होंने पुराने जूते मरम्मत करवा कर इंडियन ग्रां प्री में हिस्सा लिया। 
इस जूते के साथ पहले दो प्रयास में वे 77 मीटर के आंकड़े से आगे नहीं निकल पाए। फिर उन्होंने दूसरे एथलीट से जूते उधार लिए और 84.57 मीटर की दूरी तय कर वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया। उस समय यह साल का सातवां बेस्ट परफॉर्मेंस था। 
पर्सनल बेस्ट से 4.22 मीटर पीछे रह गए नीरज: भारत की सबसे बड़ी उम्मीद माने जा रहे नीरज चोपड़ा क्वालिफिकेशन राउंड में 82.26 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंका। नीरज ग्रुप क्वालिफिकेशन में सातवें और ओवरऑल 15वें स्थान पर रहे। हरियाणा के 19 वर्षीय नीरज का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 86.48 मीटर का है जबकि इस सत्र में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 85.63 मीटर रहा है। लेकिन वे इन आंकड़ों के आस-पास भी नहीं पहुंचे। नीरज ने इस सत्र में तीन बार 85 मीटर की दूरी तय की है। 
दो बार के ओलिंपिक चैंपियन अमेरिका के क्रिस्टियन टेलर ने तिहरी कूद स्पर्धा में हमवतन विल क्ले को पछाड़ कर स्वर्ण पदक जीत लिया। 7 वर्षीय टेलर ने अपने तीसरे प्रयास में 17.68 मीटर की कूद के साथ स्वर्ण पर कब्जा जमाया। टेलर ने इससे पहले यूजीने में 18.19 मीटर की कूद तय की थी। इसके साथ ही वह इस स्पर्धा के पहले एथलीट बन गए हैं जिन्होंने तिहरी कूद स्पर्धा में तीन विश्व खिताब जीते हैं। उन्होंने इससे पहले 2011 में देगु में और 2015 में बीभजग में यह खिताब जीता था। 
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साभार: भास्कर समाचार 
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