Thursday, May 11, 2017

जाधव की फांसी पर पाक इंटरनेशनल कोर्ट में तलब; भारत ने की है याचिका दायर

पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव की फांसी रुकवाने के लिए भारत ने हेग स्थित इंटरनेशनल कोर्ट में याचिका दायर की है। कोर्ट में इस मामले में 15 मई को सुनवाई होने की संभावना है। तब तक कोर्ट ने भारत की
याचिका विचार के लिए मंजूर कर ली। उसने पाकिस्तान से कहा है कि वह अंतिम फैसला होने तक इस मामले में कार्रवाई (फांसी) रोक दे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस आशय की जानकारी जाधव के परिवार को दी। भारत के कई शहरों में बुधवार को फांसी पर रोक की खुशी में मिठाइयां बांटी गईं। नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने बताया कि भारत की ओर से इस मामले की पैरवी वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे करेंगे।यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। माना जा रहा है कि कोर्ट 15 मई को सुनवाई शुरू करेगा तब भारत और पाकिस्तान दोनों की दलीलें सुनेगा। वहीं, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को इस मुद्दे पर सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से चर्चा की। जाधव को पाकिस्तान की फाैजी अदालत ने ही फांसी की सजा सुनाई है। 
भारत ने इंटरनेशनल कोर्ट में कहा है कि भारतीय नागरिक जाधव का ईरान से अपहरण किया गया। उसे बचाव का कोई मौका नहीं दिया। भारत को 16 बार कोशिशों के बावजूद उससे संपर्क नहीं करने दिया गया। वह पाकिस्तान की अवैध हिरासत में हैं और उनकी जान को खतरा है। यह वियना कन्वेंशन का उल्लंघन है। 
पाकिस्तानमें चार को फांसी पर लटकाया : 
इस बीच, पाकिस्तान ने बुधवार को तालिबान के चार आतंकियों को फांसी पर लटका दिया। इन्हें फौजी अदालत ने फांसी की सजा सुनाई थी। ये तहरीक तालिबान पाकिस्तान से जुड़े थे। इनके नाम कैसर खान, मुहम्मद उमर, काजी जुबेर मुहम्मद और अजीज खान बताए गए हैं। यह नहीं बताया गया कि किस जेल में इन्हें फांसी दी गई। 
'जासूसी के आरोपों में पाकिस्तान की सैन्य अदालत द्वारा मौत की सजा पाए भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव की जान बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय अदालत का दरवाजा खटखटाने का फैसला बहुत सोच-विचार कर सावधानी पूर्वक लिया गया है।' 
- गोपाल बागले, प्रवक्ता, भारतीय विदेश मंत्रालय 
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alt147alt148भारत ने पाकिस्तान में अपनी ओर से प्रायोजित आतंकवाद से ध्यान हटाने के लिए इंटरनेशनल कोर्ट को पत्र लिखा है। कुलभूषण को देश की सुरक्षा के खिलाफ काम करने पर सजा सुनाई गई है। भारत का यह कदम भटकाव की रणनीति है।' 
- ख्वाजा एम आसिफ, रक्षा मंत्री, पाकिस्तान 
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'हम इस मामले की जांच कर रहे हैं। ईरान के चाबहार में कुलभूषण के बिजनेस के बारे में भी जानकारी ले रहे हैं। हमने पाकिस्तान से भी पूरे मामले की जानकारी मांगी है।' 
- गुलामरजा अंसारी, भारत में ईरान के राजदूत
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार 
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