Thursday, May 11, 2017

ट्रम्प के रूसी संपर्कों की जांच शुरू करते ही एफबीआई डायरेक्टर बर्खास्त; 93 के बाद पहली बार हटाए गए एफबीआई के डायरेक्टर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संघीय जांच एजेंसी एफबीआई के विवादित डायरेक्टर जेम्स कोमी को अचानक बर्खास्त कर दिया है। कोमी के 10 साल के कार्यकाल में अभी चार साल भी नहीं हुए थे। उन्हें सितंबर
2013 में राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नियुक्त किया था। ट्रम्प का यह फैसला ऐसे समय में आया जब कोमी ने चुनावी अभियान और रूस के बीच संपर्कों में ट्रम्प की भूमिका की जांच शुरू की। राष्ट्रपति चुनाव के दौरान कोमी ने ही सीनेट को बताया था कि हिलेरी क्लिंटन द्वारा निजी सर्वर से ई-मेल भेजने की जांच होनी चाहिए। उसके बाद हिलेरी क्लिंटन ने कोमी के इस बयान को अपनी हार का मुख्य कारण बताया था। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि कोमी को अटॉर्नी जनरल जैफ सैशंस की सिफारिश के बाद पद से हटाया गया है। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव शान स्पाइसर ने बताया कि राष्ट्रपति ने अटॉर्नी जनरल की सिफारिश मंजूर कर ली है। नई नियुक्ति तक कोमी की जगह उनके सहायक एंड्रू जी मैकेबे लेंगे और छानबीन जारी रखेंगे। 1993 के बाद यह पहला मौका है जब एफबीआई डायरेक्टर को बर्खास्त किया गया है। तब राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने विलियम सैशंस को यह कहते हुए बर्खास्त किया था कि वे एजेंसी का नेतृत्व करने में सक्षम नहीं हैं। 1973 के बाद यह दूसरा मौका है जब राष्ट्रपति पद पर बैठे व्यक्ति के खिलाफ जांच कर रहे अफसर को हटाया गया है। लेकिन इस बार एेसा नहीं लगता कि कांग्रेस (अमेरिकी संसद) 1973 की तरह राष्ट्रपति के खिलाफ कोई कदम उठाएगी। कोमी लॉस एंजिलिस में एफबीआई के कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। तब उन्हें खबरों से पता चला कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है। 
अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने बुधवार को रूस के विदेशमंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच सीरिया और यूक्रेन मसले पर चर्चा हुई। खास बात यह है कि यह मुलाकात ऐसे वक्त हुई जब पिछले साल अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में रूस के कथित हस्तक्षेप के मसले को लेकर अमेरिका में तूफान मचा है। टिलरसन से मुलाकात के बाद लावरोव व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। 
कोमी ने हिलेरी ई-मेल जांच के दौरान प्रेस कांफ्रेंस कर केवल गोपनीयता भंग की बल्कि उनके बारे में अपमान जनक सूचनाएं भी जारी कीं।' -रॉड रोसेन्स्टीन (डिप्टी एटॉर्नी जनरल) 
मैंने राष्ट्रपति से बड़ी विनम्रता से कहा है कि आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं। कानून से जुड़े प्रमुख लोगों सेली येट्स, प्रीत भरारा और अब कोमी की बर्खास्तगी अकारण नहीं लगती।' -चक शूमर (सीनेट में विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता) 
राष्ट्रपतिने उस अफसर को बर्खास्त किया है जो उनके और उनके साथियों के खिलाफ जांच कर रहा था। यह अप्रत्याशित है।' -राजा कृष्णमूर्ति (भारतवंशी सांसद) 
कोमीको तो अभी केवल तीन साल ही हुए थे। कांग्रेस ने 10 साल का बहुत लंबा कार्यकाल रखा है। इसमें राजनीतिक दबाव से खुद को बचाए रखना बहुत मुश्किल है।' -न्यूयॉर्क टाइम्स 
निक्सन का जमाना याद आया: अमेरिकाके 250 साल के इतिहास में रिचर्ड निक्सन एकमात्र राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने पद से इस्तीफा दिया। वे पहले और अकेले राष्ट्रपति हैं, जिनके खिलाफ महाभियोग प्रक्रिया शुरू हुई। निक्सन ने अक्टूबर 1973 में आर्चीबाल्ड कॉक्स को बर्खास्त करने के आदेश दिए थे, क्योंकि वे वॉटरगेट मामले की जांच करते हुए उन तक पहुंच गए थे। तब अटॉर्नी जनरल इलियट रिचर्डसन और उनके डिप्टी ने निक्सन के आदेश का पालन करने के बजाय इस्तीफे दे दिए थे। सॉलिसिटर जनरल ने कॉक्स को बर्खास्त किया था।
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साभार: भास्कर समाचार 
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