Thursday, January 7, 2016

जानकारी और सावधानी जरूरी है: ऐसे बनते हैं एटीएम क्लोन और हो जाती है ठगी

देश में एटीएम का क्लोन बनाकर खातों से रुपए निकालने की वारदात बढ़ती जा रही है। इसमें हाईटेक तकनीक से दूसरों के अकाउंट से पैसे निकाल लिए जाते हैं और अकाउंट होल्डर को खबर भी नहीं लगती। पैसे निकालने वाले भी आसानी से पकड़ में नहीं आते। पर अगर कुछ सावधानियां बरती जाए तो ऐसी ठगी से बचा जा सकता है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। 
केस स्टडी: कैसे क्लोन बनाकर ठगों ने निकाल लिए रुपए: छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक कारोबारी और अफसर के एटीएम का महाराष्ट्र के ठगों ने क्लोन बना लिया। इसके बाद उनके खातों से अलग-अलग समय में 3 लाख रुपए निकाल लिए। ठगों ने पासवर्ड भी नहीं पूछा। पैसे महाराष्ट्र के एटीएम से निकाले गए। एक के खाते से दो और दूसरे के खाते से एक लाख रुपए निकाले गए। आइए जानते हैं कि कैसे क्लोन बनाकर रुपए उड़ाए जाते हैं। हम इनसे बचने के बारे में भी जरूरी बातें बता रहे हैं।
ऐसे बनता है क्लोन:
  • साइबर एक्सपर्ट की मानें तो इस तरह की घटनाएं मुंबई, दिल्ली, नोएडा सहित कई शहरों में भी हो चुकी हैं। ये साइबर ठग बेहद हाईटेक होते हैं, जो शॉपिंग कांप्लेक्स, माल, पेट्रोल पंप, होटल, एटीएम बूथ में रिकॉर्डिंग डिवाइस का प्रयोग का डाटा हैक कर लेते हैं। डाटा का प्रयोग कर एटीएम का क्लोन बनाया जाता है। फिर उसी डाटा का प्रयोग कर पैसा निकाल लिया जाता है।
  • एटीएम मशीन के कार्ड स्वेपिंग स्टॉल पर स्पेशल मैग्नेटिक डिवाइस लगा दिया जाता है। चिप के आधार का यह डिवाइस एटीएम कार्ड के बारकोड और चिप की पूरी जानकारी कॉपी कर लेता है। यह आसानी से ग्राहक को दिखाई नहीं देता।
  • इस डिवाइस में कार्ड का ब्लू प्रिंट तैयार किया जाता है। इसके अलावा एटीएम की पैड को सीपीयू और कार्ड रीडर से जोड़कर भी एटीएम की क्लोनिंग की जाती है। इसके बाद स्पेशल सॉफ्टवेयर की मदद से एटीएम क्लोन तैयार कर लिया जाता है।
  • इसके अलावा एटीएम रूम की छत पर एक खुफिया कैमरा (बटन कैमरा) फिट कर दिया जाता है। इस कैमरे का काम उपभोक्ता या खाताधारक के पिनकोड को कैप्चर करने में होता है। वीडियो देखकर एटीएम का कोड नोट ठग कर लेते हैं। कोड पता चलते ही शातिर ठग कार्ड का क्लोन तैयार करने में जुट जाते हैं। क्लोन तैयार कर पैसा निकाल लेते हैं।
एटीएम में जाते समय रखें सावधानी:
  1. एटीएम बूथ में अकेले ही प्रवेश करें। 
  2. एटीएम मशीन को ध्यान से देखें। किसी तरह का डिवाइस तो नहीं लगा है। 
  3. एटीएम से बाहर निकलने से पहले केंसिल का बटन दबाएं। 
  4. एटीएम की होम स्क्रीन आने के बाद ही एटीएम से बाहर निकलें। 
  5. ट्रांजेक्शन स्लिप को लेकर ही बाहर निकलें।
  6. कार्ड खोने पर तुरंत बैंक को सूचना देकर उसे ब्लॉक कराएं।
  7. समय-समय पर एटीएम का पिन को बदलते रहें।
  8. कार्ड दूसरों को उपयोग करने को न दें।
  9. एटीएम ठीक से काम न करने पर बैंक को तुरंत सूचित करें।
  10. समय-समय पर एकाउंट बैलेंस चेक करते रहें।
  11. बैंकिंग ट्रांजेक्शन को एसएमएस अलर्ट के साथ जोड़ें। 
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार 
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