भारत के मंदिर प्राचीनता और मान्यताओं के कारण दुनियाभर में प्रसिद्ध
हैं। कई मंदिर ऐसे हैं, जहां सिर्फ कमाई ही नहीं, बल्कि यहां आने वाले
श्रद्धालुओं की संख्या भी हर साल चौकाने वाले आंकड़ों में सामने आती है। कई
मंदिरों में करोड़ों का दान आता है। कहा जाता है कि ये मंदिर चैतन्य हैं,
यहां जो भी कोई मुराद लेकर जाता है खाली हाथ नहीं लौटता। आज हम जिक्र कर
रहे हैं ऐसे ही मंदिरों का जहां सालभर श्रद्धालुओं का हुजूम लगा रहता है और
साथ ही उतना ही चढ़ावा भी आता हैं। आइए जानते हैंं भारत के तीन सबसे ज्यादा
माने हुए हिंदू मंदिर:
मीनाक्षी अम्मन मंदिर- तमिलनाडु में मदुरै शहर में स्थित
मीनाक्षी अम्मन
मंदिर प्राचीन भारत के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है। मीनाक्षी अम्मन मंदिर विश्व के नए सात अजूबों के लिए नामित किया गया है। यह मंदिर भगवान शिव व मीनाक्षी देवी पार्वती के रूप के लिए समर्पित है। मीनाक्षी मंदिर पार्वती के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है। मंदिर का मुख्य गर्भगृह 3500 वर्ष से अधिक पुराना माना जा रहा है। यह मंदिर भी सबसे ज्यादा प्रसिद्ध मंदिरों में से एक माना जाता है।
मंदिर प्राचीन भारत के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है। मीनाक्षी अम्मन मंदिर विश्व के नए सात अजूबों के लिए नामित किया गया है। यह मंदिर भगवान शिव व मीनाक्षी देवी पार्वती के रूप के लिए समर्पित है। मीनाक्षी मंदिर पार्वती के सबसे पवित्र स्थानों में से एक है। मंदिर का मुख्य गर्भगृह 3500 वर्ष से अधिक पुराना माना जा रहा है। यह मंदिर भी सबसे ज्यादा प्रसिद्ध मंदिरों में से एक माना जाता है।
श्री जगन्नाथ मंदिर- पुरी का श्री जगन्नाथ मंदिर एक
हिन्दू मंदिर है, जो भगवान जगन्नाथ (श्रीकृष्ण) को समर्पित है। यह भारत के
उड़ीसा राज्य के तटवर्ती शहर पुरी में स्थित है। जगन्नाथ शब्द का अर्थ जगत
के स्वामी होता है। इनकी नगरी ही जगन्नाथपुरी या पुरी कहलाती है।इस मंदिर
को हिन्दुओं के चार धाम में से एक गिना जाता है। यह वैष्णव सम्प्रदाय का
मंदिर है। पुरी जगन्नाथ मंदिर भारत के दस अमीर मंदिरों में से एक है। इस
मंदिर के लिए जो भी दान आता है। वह मंदिर की व्यवस्था और सामाजिक कामों में
खर्च किया जाता है।
तिरूपति बालाजी का मंदिर- तिरूपति बालाजी का मंदिर
आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है। यह मंदिर वास्तुकला का अद्भुत
नमूना है। मंदिर सात पहाड़ों से मिलकर बने तिरूमाला के पहाड़ों पर स्थित
है, कहते हैं कि तिरूमाला की पहाडिय़ां विश्व की दूसरी सबसे प्राचीन
पहाडिय़ां है। इस तिरूपति मंदिर में भगवान वेंकटश्वर निवास करते है। भगवान
वेंकटश्वर को विष्णुजी का अवतार माना जाता है। यह मंदिर समुद्र तल से 2800
फिट की ऊंचाई पर स्थित है। इस मंदिर को तमिल राजा थोडईमाननें ने बनवाया था।
इस मंदिर में लगभग 50,000 श्रृद्धालु रोज दर्शन करने आते हैं। मंदिर की
कुलसंपत्ति लगभग 50,000 करोड़ रुपए है।
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साभार: भास्कर समाचार
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