साभार: नवभारत टाइम्स समाचार
छात्राएं छेड़छाड़ की घटनाओं से आत्मविश्वास से निपट सकें इसलिए उन्हें किस्से-कहानियां भी सुनाई जाएंगी। अब तक उन्हें सिर्फ ट्रेनिंग दी जाती है, मगर उनमें जोश भरने के लिए हरियाणा शिक्षा विभाग ने कवच माड्यूल
तैयार किया है, जिसे अगले सप्ताह तक प्रदेश के सभी स्कूलों में भेजा जाएगा। नवंबर अंत तक इसके लागू होने की उम्मीद है।
अलग-अलग तरीके भी सिखाए जाएंगे
कवच मॉड्यूल के नाम से पुस्तक प्रकाशित की गई है। इसमें 7 से 12 वर्ष व 13 से 18 वर्ष की छात्राओं के लिए अलग-अलग गतिविधियां तय की गई हैं। विशेष कक्षा में शिक्षक छात्राओं को कहानी सुनाएंगे। इसके साथ ही उनसे पूछा जाएगा कि वो उस जगह होतीं तो क्या करतीं? इसके बाद उन्हें उस परिस्थिति से निपटने के कुछ अन्य तरीके बताए जाएंगे। शिक्षा निदेशालय के सहायक निदेशक ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेज योजना की जानकारी दे दी है।
कवच मॉड्यूल के नाम से पुस्तक प्रकाशित की गई है। इसमें 7 से 12 वर्ष व 13 से 18 वर्ष की छात्राओं के लिए अलग-अलग गतिविधियां तय की गई हैं। विशेष कक्षा में शिक्षक छात्राओं को कहानी सुनाएंगे। इसके साथ ही उनसे पूछा जाएगा कि वो उस जगह होतीं तो क्या करतीं? इसके बाद उन्हें उस परिस्थिति से निपटने के कुछ अन्य तरीके बताए जाएंगे। शिक्षा निदेशालय के सहायक निदेशक ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेज योजना की जानकारी दे दी है।
निजी स्कूलों को भी दिया जाएगा माड्यूल
गवर्नमेंट सीनियर सेकंडरी स्कूलों, हाई स्कूलों, मिडिल स्कूलों और प्राइमरी स्कूल को 5-5, जबकि निजी स्कूलों को 1-1 मॉड्यूल दिया जाएगा। गुड़गांव के स्कूलों के लिए 3442, फरीदाबाद के लिए 2963 और मेवात के लिए 4378 मॉड्यूल भेजे जाएंगे।
गवर्नमेंट सीनियर सेकंडरी स्कूलों, हाई स्कूलों, मिडिल स्कूलों और प्राइमरी स्कूल को 5-5, जबकि निजी स्कूलों को 1-1 मॉड्यूल दिया जाएगा। गुड़गांव के स्कूलों के लिए 3442, फरीदाबाद के लिए 2963 और मेवात के लिए 4378 मॉड्यूल भेजे जाएंगे।