Wednesday, May 4, 2016

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान: आवारा लड़कों की अश्लील हरकतों से परेशान 45 छात्राओं ने छोड़ा स्कूल

केंद्र और हरियाणा सरकार भले ही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का जोर-शोर से प्रचार कर रही है, लेकिन रेवाड़ी के गांव सूमाखेड़ा व कतोपुरी की करीब 45 छात्राओं ने इस अभियान को आईना दिखा दिया है। इन छात्राओं ने लाला गांव के युवकों की अश्लील हरकतों से परेशान होकर स्कूल छोड़ दिया है। यह पोस्ट
आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। उपायुक्त से मिलने आए दोनों गांवों के अभिभावकों ने कहा, बेटियों को कैसे स्कूल भेजें, लड़के खुलेआम अश्लील हरकतें करते हैं। बेटियों से बात की तो उनका दर्द भी छलक उठा। जब भाजपा के पदाधिकारियों ने बेटियों से स्कूल न जाने का कारण पूछा तो वे फफक-फफक कर रो पड़ी। बेटियों को जन्म देने वाली माताओं ने कहा, हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलवा दो। हम बताएंगे कैसा है उनका बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान। सरेआम आबरू से खिलवाड़ हो रहा है। कौन अपनी बेटियों को असुरक्षा के माहौल में स्कूल भेजेगा। लाला गांव में उच्च विद्यालय है। तीन किमी दूर सूमा व कतोपुरी की लगभग 50 छात्रएं यहां पढ़ने आती हैं। तीन वर्ष पूर्व एक छात्रा से छेड़छाड़ हुई थी तब भी मामला काफी उछला था। 
  • लाला गांव में उच्च विद्यालय है। तीन किमी दूर सूमा व कतोपुरी की लगभग 50 छात्रएं यहां पढ़ने आती हैं। तीन वर्ष पूर्व एक छात्र से छेड़छाड़ हुई थी तब दोनों गांवों ने पंचायत करके तीन-चार दिन तक छात्रओं को लाला गांव के स्कूल भेजना बंद कर दिया था। उच्च स्तर पर दखल के बाद जब एसपी से सुरक्षा की गारंटी मिली तो फिर से छात्रएं स्कूल जाने लग गई।
  • इस बीच 18 अप्रैल को नवीं कक्षा की एक छात्र का अपहरण किया गया और लाला गांव के एक व्यक्ति ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इस मामले में दो अन्य लोगों ने आरोपी का सहयोग किया। इस घटना के बाद सूमा खेड़ा व कतोपुरी की छात्रओं ने स्कूल जाना बंद कर दिया।
  • 21 अप्रैल को सूमाखेड़ा व कतोपुरी के ग्रामीणों ने पंचायत करके लाला गांव का सामाजिक बहिष्कार कर दिया।
  • तीन दिन पूर्व जाटूसाना स्कूल से लौट रही गांव की एक छात्र के साथ अश्लील हरकत की गई। नहर पर नहा रहे कुछ युवकों ने इस छात्रा के सामने ही कपड़े उतार दिए।
  • लगातार बढ़ रही अश्लील हरकतों से गुस्साए दोनों गांवों के लोग मंगलवार 3 मई को उपायुक्त से मिलने आए। डीसी के पास पहुंचने से पहले भाजपा के निवर्तमान प्रधान सतीश खोला के पास पहुंचे। ग्रामीणों ने उपायुक्त से स्पष्ट किया कि सूमा व कतोपुरी में अलग स्कूल बनने तक वे अपनी बेटियों को लाला गांव में नहीं भेजेंगे। डीसी ने बस सुविधा का भरोसा दिया, लेकिन ग्रामीणों को सुरक्षा की गारंटी पर भरोसा नहीं मिला।
  • ग्रामीणों का दर्द सुनकर भाजपा के निवर्तमान प्रधान सतीश खोला गांव सूमाखेड़ा पहुंचे। यहां पर कतोपुरी निवासी भाजपा के जिला महामंत्री रामौतार भी थे।

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साभारजागरण समाचार 
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