प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दो अलग-अलग मंच से देशवासियों और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने भाजपा की राष्ट्रीय परिषद में कहा कि मुसलमानों को वोट की मंडी समझें। उनसे घृणा मत करें। उन्हें अपना समझें। इससे पहले 'मन की बात' में उड़ी हमले का जिक्र किया। कहा कि उड़ी के दोषियों को बख्शेंगे
नहीं; सेना बोलती नहीं, पराक्रम दिखाती है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। मोदी ने कोझीकोड में कहा, 'लोग आज से पचास साल पहले जनसंघ को और अभी भाजपा को समझने में गलती करते हैं। हमारे यहां सेक्युलरिज्म की परिभाषा को विकृत बना दिया गया है। जबकि, दीनदयाल उपाध्याय ने कहा था कि मुसलमानों को पुरस्कृत करें, तिरस्कृत करें बल्कि उनका परिष्कार करें। मुसलमानों को वोट की मंडी ना समझें।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'सबका साथ सबका विकास, महज नारा नहीं है। यह हमारा कमिटमेंट है। यही दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय की परिभाषा है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि पेरिस में आयोजित कोप 21 के फैसलों को दो अक्टूबर को मंजूरी दी जाएगी। मोदी ने 11वीं के स्टूडेंट हर्षवर्धन का जिक्र किया। उड़ी हमले के बाद उसने रोज 3 घंटे ज्यादा पढ़ना शुरू कर दिया। मोदी ने कहा कि आक्रोश के माहौल में ऐसी सकारात्मक सोच खुशी देती है। जनता का गुस्सा जनचेतना का प्रतीक है, पर इसका सकारात्मक प्रयोग जरूरी है। उन्होंने 1965 की जंग का हवाला देकर कहा- पूर्व पीएम लालबहादुर शास्त्री ने 'जय जवान, जय किसान' का नारा देकर गुस्से को सकारात्मक दिशा दी थी।
'मन की बात' में कहा- उड़ी के दोषियों को बख्शेंगे नहीं; सेना बोलती नहीं, पराक्रम दिखाती है
मोदी ने कहा कि चुनाव सुधारों पर चर्चा होनी चाहिए। चुनाव में पैसों, सरकारी मशीनरी के प्रभाव के अध्ययन की जरूरत है। प्रधानमंत्री कोई सुझाव दे, यह ठीक नहीं है। लोगों को ही समाधान खोजना होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' में कहा, 'हमलावर आतंकी एलओसी पार कर पाकिस्तान से आए थे। हमें अपनी सेना पर पूरा विश्वास है। वे नेताओं की तरह बोलती नहीं, बल्कि मुंहतोड़ जवाब देती है। अब कश्मीर के नागरिक भी देश-विरोधी ताकतों को समझने लगे हैं। वे अब शांति चाहते हैं।' यह 'मन की बात' का 24वां संस्करण था। दो साल पहले दशहरे के दिन इसकी शुरुआत हुई थी। मोदी ने दानशीलता को जीवन का आनंददायक अनुभव बताते हुए युवकों को इसके लिए अधिक प्रोत्साहित करने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के बाद देश के 125 करोड़ लोगों में सफाई के प्रति जागरूकता बढ़ी है। इन दो वर्षों में ग्रामीण इलाकों में 2.48 करोड़ शौचालय बने। अगले साल और 1.5 करोड़ शौचालय बनवाए जाएंगे। टोल फ्री हेल्पलाइन 'स्वच्छ' पर 1969 डायल करके सफाई अभियान से जुड़ी जानकारी ले सकते हैं। उन्होंने पैरालिंपिक खेलों में मेडल दिलाने वाले खिलाड़ियों की भी तारीफ की।
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साभार: भास्कर समाचार
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